बंधन बैंक का सोमवार को 20 परसेंट गिरना शेयर बाजार के लिए बहुत बड़ा झटका है. जो बैंक निवेशकों की 5 माह में 90 परसेंट कमाई करा चुका था उसने एक झटके में इतना गहरा गोता लगा दिया. दरअसल 28 सितंबर शुक्रवार को रिजर्व बैंक ने बंधन बैंक को डबल झटका दिया.
बंधन बैंक को नई शाखाएं खोलने को मंजूरी नहीं मिली, प्रोमोटरों से होल्डिंग घटाने तक सीईओ चंद्रशेखर घोष की सैलरी रोक ली गई है. नतीजा शेयर 20 फीसदी से ज्यादा की गिरावट के साथ 451 रुपए तक लुढ़ककर लोअर सर्किट में आ गया.
बंधन बैंक शेयर बाजार में लिस्टिंग के महज 5 महीने के अंदर ही 87 फीसदी बढ़ चुका था. मार्च में शेयर इश्यू प्राइस 375 से बढ़कर 7 सौ रुपए के भी पार भी पहुंच गया था. जिससे बैंक का मार्केट कैपिटलाइजेशन अपने से कई गुना बड़ी बैंक यस बैंक के लगभग बराबर पहुंच गया था.
बंधन बैंक मार्केट कैपिटलाइजेशन में देश का 8वां सबसे बड़ा बैंक बन गया था
लेकिन अचानक RBI से मिले इस झटके ने शेयर को नीचे गिरा दिया है. समझिए इस गिरावट से जुड़ी अहम बातें
- RBI के नियमों के मुताबिक बैंक को अपने नॉन ऑपरेटिव फाइनेंशियल होल्डिंग बंधन फाइनेंशियल होल्डिंग लिमिटेड का हिस्सा तीन साल के अंदर 82 फीसदी से घटाकर 40 फीसदी करना था. लेकिन बैंक ऐसा नहीं कर पाया.
- RBI के बैंको को लाइसेंस देने के नियम के मुताबिक पहले तीन साल में प्रमोटर का हिस्सा घटाकर 40 फीसदी, फिर 10 साल और 12 साल में 20 और 15 फीसदी तक करना होता है.
- बंधन बैंक का IPO मार्च 2018 में आया था जिसके बाद प्रमोटरों का हिस्सा 89 फीसदी से कम होकर 82 फीसदी तक आया था.
- बैंक के मुताबिक वो लाइसेंस के नियम का पालन करने के लिए पर्याप्त कदम उठा रहे हैं. साथ ही नॉन बैंकिंग बिजनेस पर भी विचार हो रहा है.
- RBI ने बंधन बैंक के सीइओ चंद्रशेखर घोष के खिलाफ भी कार्रवाई करते हुए उनकी सैलरी रोक दी है
- अचानक हावी हुई बिकवाली के कारण बंधन बैंक की मार्केट वैल्यू 200 करोड़ रुपए कम हो गई है.
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