जेट एयरवेज का मुख्यालय अब दिल्ली-एनसीआर में होगा और इसके वरिष्ठ प्रबंधन गुरुग्राम में कॉर्पोरेट कार्यालय से काम करेंगे. हालांकि, जेट एयरवेज की मुंबई में मजबूत और महत्वपूर्ण उपस्थिति बनी रहेगी,
इसकी सूचना खुद जेट एयरवेज के कार्यवाहक सीईओ सुधीर गौड़ ने दी.
एयरलाइन का प्रशिक्षण केंद्र मुंबई से बाहर काम करना जारी रखेगा. एयरलाइन में शामिल होने पर पायलटों और केबिन क्रू को रिफ्रेसर ट्रेनिंग से गुजरना होगा. पायलटों के मामले में, इसमें ग्राउंड क्लास और सिम्युलेटर प्रशिक्षण शामिल हैं.
नए रूप में उड़ान भरने को तैयार जेट एयरवेज
नेशनल कंपनी लॉ ट्रिब्यूनल (एनसीएलटी) ने 22 जून को एयरलाइन को पुनर्जीवित करने के लिए कलरॉक-जालान योजना को मंजूरी दी, जेट एयरवेज ने अप्रैल 2019 में परिचालन बंद कर दिया था. जेट के बेड़े में 5 साल में पांच सौ से अधिक विमान होंगे.
एयरलाइन के ऑपरेटिंग सर्टिफिकेट के revalidation की प्रक्रिया चल रही है और कंसोर्टियम रात की पार्किंग सुविधाओं और स्लॉट के लिए हवाई अड्डों के साथ भी बातचीत कर रहा है.
हालांकि, कंसोर्टियम को पुनरुद्धार योजना को लागू करने के लिए एनसीएलटी से अतिरिक्त समय मांगना होगा, क्योंकि 22 जून के आदेश में निर्धारित 90 दिन की अवधि इसी महीने समाप्त हो जाएगी.
इसके अलावा,भले ही पुनरुद्धार योजना को कर्मचारी संघों और पंजाब नेशनल बैंक से कानूनी चुनौती का सामना करना पड़ रहा है, लेकिन कंसोर्टियम समय सीमा को पूरा करने के लिए आश्वस्त है.
उद्योग जगत के सूत्रों के मुताबिक, एयरलाइन एयरबस और बोइंग दोनों के साथ बातचीत कर रही है और शुरुआत में करीब 20 विमानों को शामिल करने पर विचार कर रही है.
(क्विंट हिन्दी, हर मुद्दे पर बनता आपकी आवाज, करता है सवाल. आज ही मेंबर बनें और हमारी पत्रकारिता को आकार देने में सक्रिय भूमिका निभाएं.)