सब्जियों के दाम में भारी उछाल ने थोक महंगाई दर को 4.5 साल के शिखर पर ला खड़ा किया है. अब ये करीब 6 परसेंट पर पहुंच गई है. आलू के दाम में सबसे 100 परसेंट की बढ़ोतरी हुई है.
मई में थोक महंगाई दर 4.43 परसेंट थी, लेकिन जून में बढ़कर 5.77 परसेंट तक पहुंच गई.
इसके अलावा महंगे पेट्रोल-डीजल के दाम में बढ़ोतरी का असर भी महंगाई पर साफ नजर आ रहा है. इसकी वजह से तमाम जरूरी आइटम के दामों में भी बढ़ोतरी दर्ज की गई है.
महंगाई दर बढ़ने से लोन और महंगा हो सकता है. रिजर्व बैंक पहले ही कर्ज में ब्याज दरें चौथाई परसेंट बढ़ा चुका है. अगर महंगाई दर में बढ़ोतरी का सिलसिला जारी रहा तो आरबीआई ब्याज दरों में एक और बढ़ोतरी कर सकता है.
महंगी हुई सब्जियां
सब्जियों की महंगाई दर में भारी बढ़ोतरी हुई है. आलू के दाम करीब दोगुने बढ़ गए हैं. जबकि प्याज की महंगाई दर 13 फीसदी से बढ़कर 18 फीसदी हो गई. लेकिन फलों के मामले में जरूर राहत है. जिनकी महंगाई दर डबल डिजिट से घटकर जून में करीब 4 परसेंट के आसपास रह गई है. मई में ये 15.4 परसेंट थी.
महंगा हुआ फ्यूल
जून में महंगाई बढ़ने की बड़ी वजह ये भी है कि पेट्रोल-डीजल और बिजली भी महंगी हुई हैं. ये मई के 11.22 परसेंट से बढ़कर16.18 परसेंट हो गई है. अंतरराष्ट्रीय स्तर पर कच्चे तेल के दामों में लगातार बढ़ोतरी हो रही है.
रिटेल महंगाई दर में भी बढ़त
रिटेल महंगाई दर ने आंकड़ों में भी यही ट्रेंड था. पिछले हफ्ते रिटेल महंगाई दर 5 परसेंट के पास पहुंच गई जो पांच महीने का सबसे ज्यादा स्तर था.
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