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सरकार ने कहा- 'केवल एक राज्य ने ऑक्सीजन की कमी से कथित मौत की सूचना दी'

पिछले महीने, केंद्र ने कहा था कि ऑक्सीजन की कमी से किसी राज्य/केंद्र शासित प्रदेश में कोई मौत नहीं हुई.

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केंद्र सरकार ने कहा है कि अभी तक किसी भी राज्य ने ऑक्सीजन की कमी से मौत की सूचना नहीं दी है, केवल एक राज्य ने संदिग्ध मौत की जानकारी दी है. स्वास्थ्य मंत्रालय के संयुक्त सचिव लव रंजन ने प्रेस ब्रीफिंग में कहा, "राज्यों से ऑक्सीजन की कमी से होने वाली मौतों के बारे में पूछा गया. अब तक की रिपोर्ट्स के मुताबिक, एक राज्य ने हमें एक संदिग्ध मामले के बारे में सूचित किया. अब तक हमें रिपोर्ट भेजने वाले सभी राज्यों ने हमें ये नहीं बताया है कि उन्होंने विशेष रूप से ऑक्सीजन की कमी के कारण मौत की सूचना दी है."

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न्यूज एजेंसी ANI ने सूत्रों के हवाले से बताया है कि ये राज्य पंजाब है, जिसने ऑक्सीजन की कमी के कारण संदिग्ध मौतों की सूचना दी है.

'केंद्र ने दिल्ली से नहीं मांगी कोई रिपोर्ट' - सिसोदिया

दिल्ली के उपमुख्यमंत्री मनीष सिसोदिया ने कहा कि ऑक्सीजन की कमी से हुई मौतों के आंकड़ों को लेकर केंद्र सरकार झूठ और भ्रम फैला रही हैं. सिसोदिया ने दावा किया कि ऑक्सीजन से हुई मौतों को लेकर केंद्र ने दिल्ली सरकार से कोई रिपोर्ट नहीं मांगी है.

"उन्होंने कहा कि केंद्र सरकार कह रही है कि उसने राज्यों से ऑक्सीजन की कमी से हुई मौतों का आंकड़ा मांगा है, लेकिन हकीकत इससे अलग है. केंद्र सरकार ने दिल्ली को इस बाबत अब तक कोई चिट्ठी नहीं भेजी है, पर अब दिल्ली सरकार स्वतः अपनी रिपोर्ट तैयार कर केंद्र सरकार के पास भेजेगी."
मनीष सिसोदिया, दिल्ली के उपमुख्यमंत्री

उपमुख्यमंत्री ने कहा कि कोरोना की दूसरी लहर के दौरान देश ऑक्सीजन संकट से जूझ रहा था. अस्पतालों में लोग ऑक्सीजन की कमी से मर रहे थे. सुप्रीम कोर्ट ने इस पर केंद्र सरकार से गंभीरता से सवाल किया लेकिन केंद्र सरकार अब भी असंवेदनशील बनी हुई है.

केंद्र ने पिछले महीने राज्यसभा में क्या कहा था?

पिछले महीने, केंद्र ने कहा था कि देश में कोरोना वायरस की दूसरी लहर के दौरान, किसी राज्य या केंद्र शासित प्रदेशों में ऑक्सीजन की कमी से कोई मौत नहीं हुई. स्वास्थ्य मंत्रालय की प्रतिक्रिया राज्यसभा में कांग्रेस सांसद केसी वेणुगोपाल के तीन-पार्ट वाले प्रश्न के बाद आई थी.

एक सवाल के जवाब में, स्वास्थ्य राज्य मंत्री भारती प्रवीण पवार ने एक लिखित उत्तर में कहा कि स्वास्थ्य एक राज्य का विषय है और कहा, "कोरोना से हो रही मौतों की जानकारी देने को लेकर राज्यों और केंद्र शासित प्रदेशों को डिटेल गाइडलाइन जारी की गई थी. सभी राज्यों/केंद्र शासित प्रदेशों ने केंद्रीय स्वास्थ्य मंत्रालय को नियमित रूप से मौतों की जानकारी दी. लेकिन, राज्यों/केंद्र शासित प्रदेशों ने ऐसी किसी मौत की जानकारी नहीं दी, जो ऑक्सीजन की कमी से हुई."

हालांकि, स्वास्थ्य मंत्रालय ने कोविड महामारी की दूसरी लहर के दौरान ऑक्सीजन की मांग में मांग को स्वीकार किया.

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दूसरी लहर में कई अस्तपालों ने कही थी ऑक्सीजन की कमी से मौत की बात

  • बत्रा हॉस्पिटल, दिल्ली : दिल्ली के बत्रा हॉस्पिटल ने दिल्ली हाई कोर्ट को 1 मई को बताया कि 11 मरीज और एक डॉक्टर की ऑक्सीजन की कमी से अस्पताल में मौत हो गई. हॉस्पिटल के एग्जीक्यूटिव डायरेक्टर सुधांशु बंकटा ने कोर्ट को बताया कि हॉस्पिटल में ऑक्सीजन खत्म हो चुकी है, इस वजह से उन्होंने कई मरीजों को खो दिया.

  • जयपुर गोल्डन हॉस्पिटल, दिल्ली: इस हॉस्पिटल ने भी दिल्ली हाईकोर्ट को बताया कि 24 अप्रैल के दिन 25 लोगों ने अस्पताल में ऑक्सीजन की कमी से दम तोड़ दिया.

पूरी रिपोर्ट: कोरोना सेकंड वेव में ऑक्सीजन की कमी से कोई मौत नहीं हुई, सरकार का ये दावा झूठा

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