महाराष्ट्र की राजधानी मुंबई (Mumbai) में ओमिक्रॉन (Omicron) के केस लगातार बढ़ रहे हैं है और हर दिन कोरोना के मामले भी रिकॉर्ड बना रहे हैं. इस बीच मुंबई की मेयर किशोरी पेडणेकर ने चिंता व्यक्त की है. उन्होंने कहा कि अगर रोजाना मुंबई में कोरोना (Covid-19) के 20 हजार से ज्यादा मामले सामने आए तो लॉकडाउन (Lockdown) या मिनी लॉकडाउन लगाया जा सकता है.
उन्होंने कहा कि लॉकडाउन किसी को भी नहीं चाहिए ,लेकिन यह सिर्फ सीएम, बीएमसी कमिश्नर की जिम्मेदारी नहीं है लोगों को जिम्मेदारी उठानी पड़ेगी. केंद्र की गाइडलाइन्स के मुताबिक अगर रोजाना शहर में 20 हजार से ज्यादा मामले सामने आए तो लॉकडाउन या मिनी लॉकडाउन लगाया जा सकता है.
उनका कहना है कि मुंबई में अभी भी तीसरी लहर नहीं आई है. बीएमसी और राज्य सरकार इसे रोकने के लिए काम कर रहे हैं. विदेशों से आनेवाले यात्रियों के लिए भी एयरपोर्ट पर टेस्ट की एसओपी बनाई गई है. बढ़ते केसेस चिंता का विषय हैं.
नाइट कर्फ्यू को लेकर उन्होंने कहा, "रात में रोक लगाने की वजह से लोग दिन में बाजारों में भीड़ इकट्ठा कर रहे हैं. यह चिंताजनक है. इसपर रोक लगाने की कोशिश की जा रही है."
साथ ही उन्होंने कहा अब किसी भी बिल्डिंग मे 20% कोविड मामले आते है तो पूरी बिल्डिंग को सील किया जाएगा. किसी को भी अंदर-बाहर आने जाने नहीं दिया जाएगा.
बता दें कि मुंबई में कोरोना के मरीजों की संख्या हर रोज 8 हजार के आंकड़े को पार कर रही है. अधिकतर मरीज इसमें लक्षण वाले नहीं हैं. वहीं महाराष्ट्र के कोरोना आंकड़ों पर नजर डाले तो इस रविवार को कोरोना के 11,877 नए मामले सामने आए थे, जिनमें से 68 फीसदी मामले अकेले मुंबई के थे. मुंबई में रविवार को कोरोना के 8063 नए मामले सामने आए थे. यही वजह है कि अब मुंबई में और सख्त नियम लागू कर लॉकडाउन या मिनी लॉकडाउन लगाने की जरूरत पड़ रही है.
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