ADVERTISEMENTREMOVE AD

पाकिस्तान की शिकायत पर UN का जवाब, कहा-प्रियंका को बोलने का अधिकार

पाकिस्तान ने की थी प्रियंका को यूनिसेफ गुडविल एंबेसडर के पद से हटाने की मांग

Published
story-hero-img
i
छोटा
मध्यम
बड़ा

एक्टर प्रियंका चोपड़ा के खिलाफ पाकिस्तान की मुहिम औंधे मुंह गिर गई है. प्रियंका को यूनिसेफ गुडविल एंबेसडर के पद से हटाने की मांग पर पाकिस्तान को यूएन ने करारा जवाब देते हुए साफ कर दिया है कि ऐसा करना संभव नहीं है. संयुक्त राष्ट्र ने कहा है कि यूनिसेफ गुडविल एंबेसडर अपनी निजी हैसियत में कोई बयान दे सकते हैं, उन्हें इससे रोका नहीं जा सकता.

ADVERTISEMENTREMOVE AD
पुलवामा में हुए आतंकवादी हमले के बाद पाकिस्तान के बालाकोट में इंडियन एयरफोर्स की जवाबी कार्रवाई को प्रियंका ने सोशल मीडिया पर सराहा था. इसे लेकर पाकिस्तान ने प्रियंका पर आरोप लगाया था कि वो दोनों देशों के बीच युद्ध को बढ़ावा कर रही हैं.

पाकिस्तान की मानवाधिकार मामलों की मंत्री शिरीन मजारी ने 21 अगस्त को संयुक्त राष्ट्र संस्था यूनिसेफ को लेटर लिखकर प्रियंका को यूनिसेफ गुडविल एंबेसडर के पद से हटाने की औपचारिक रूप से मांग की थी.

इस पर संयुक्त राष्ट्र महासचिव एंटोनियो गुटेरेस के प्रवक्ता स्टीफन दुजारिक ने कहा है कि गुडविल एंबेसडर अपनी निजी हैसियत में हर उस बात पर अपनी निजी राय व्यक्त करने का अधिकार रखते हैं, जिससे वे खुद को निजी तौर से जुड़ा पाते हैं.

दुजारिक ने प्रेस बीफिंग के दौरान एक सवाल के जवाब में ये बात कही, उन्होंने कहा,

‘देखें, मैं आपसे कह सकता हूं कि वो चाहे मिस चोपड़ा हों या फिर कोई और गुडविल एंबेसडर, अगर वो यूनिसेफ या (संयुक्त राष्ट्र की) किसी अन्य संस्था की तरफ से कोई बयान देते हैं, तो हम उनसे मामले में निष्पक्षता की उम्मीद करते हैं, लेकिन, अगर ये गुडविल एंबेसडर अपनी निजी हैसियत में किसी विषय पर अपनी कोई निजी राय देते हैं तो ऐसा करने का उन्हें अधिकार है.’

दुजारिक ने साफ कर दिया कि दूत द्वारा निजी हैसियत में दिए गए बयान का संयुक्त राष्ट्र के औपचारिक रुख से कोई लेना-देना नहीं होता.

(IANS के इनपुट्स के साथ)

प्रियंका को मिला था फिल्म इंडस्ट्री का साथ

पाकिस्तान की इस मांग पर फिल्म इंडस्ट्री के सितारे प्रियंका के सपोर्ट में उतर आए थे. जावेद अख्तर ने प्रियंका का समर्थन करते हुए कहा, 'अगर उनके कमेंट्स से पाकिस्तानी नाराज हैं, तो वो जो चाहें कर सकते हैं. मैं प्रियंका को पर्सनली जानता हूं. वो पढ़ी-लिखी हैं और उनमें तहजीब है, और ये फैक्ट रहेगा कि वो भारतीय हैं. तो अगर कोई विवाद होता है और एक भारतीय नागरिक और पाकिस्तानी सरकार के नजरिए में फर्क है, तो जाहिर है कि उनका नजरिया भारतीय होगा.'

आयुष्मान ने भी प्रियंका का साथ दिया था. उन्होंने प्रियंका को ग्लोबल आइकन बताते हुए कहा था, ‘ प्रियंका चोपड़ा बहुत अच्छे तरीके से हमारे देश का प्रतिनिधित्व करती हैं, और वो सिर्फ इंडियन आइकन नहीं है, वो ग्लोबल आइकन हैं. वो एक आर्मी ऑफिसर की बेटी हैं, मुझे लगता है कि वो भारत की बहुत ही अच्छी प्रतिनिधि है. ’

(क्विंट हिन्दी, हर मुद्दे पर बनता आपकी आवाज, करता है सवाल. आज ही मेंबर बनें और हमारी पत्रकारिता को आकार देने में सक्रिय भूमिका निभाएं.)

सत्ता से सच बोलने के लिए आप जैसे सहयोगियों की जरूरत होती है
मेंबर बनें
अधिक पढ़ें
×
×