ADVERTISEMENTREMOVE AD
i

रिव्यू: एंटरटेनमेंट का फुल डोज है करीना-अक्षय की Good Newwz

कैसी है अक्षय कुमार और करीना कपूर की फिल्म गुड न्यूज

छोटा
मध्यम
बड़ा

गुड न्यूज रिव्यू: अक्षय और करीना ने गुड न्यूज को बनाया एक्साइटेड

ADVERTISEMENTREMOVE AD

गुड न्यूज (Good Newwz ) फिल्म में दो कपल मुख्य किरदार में हैं. स्पर्म मिक्स हो जाने पर एक कपल के मुताबिक, यह "स्पर्म-मिक्सअप" है, लेकिन दूसरा कपल इसे "स्पैम-मिक्सर" कहते हैं और इससे हमें अंदाजा हो जाना चाहिए कि दोनों कपल की दुनिया कितनी अलग है. एक तरफ मुंबई के रिहायशी इलाके में रहने वाले दीप्ति और वरुण (करीना कपूर खान और अक्षय कुमार) हैं, वहीं दूसरी तरफ खुशमिजाज और तेज आवाज में बात करने वाले पंजाबी पति-पत्नी हनी और मोनिका (दिलजीत दोसांझ और कियारा आडवाणी) हैं. दोनों कपल में जो कॉमन चीज है, वो है उनका सरनेम- बत्रा, इसी सरनेम के कारण ही गड़बड़ी होती है और पूरा तमाशा खड़ा होता है.

दोनों कपल IVF ट्रीटमेंट के लिए जब जाते हैं तो वे शायद ही इसकी कल्पना करते हैं कि कि उनकी जिंदगी इस तरीके से उलझ वाली है. अस्पताल में गलती से दोनों कपल के स्पर्म मिक्स-अप हो जाने के बाद, डॉक्टर्स (आदिल हुसैन और टिस्का चोपड़ा) भी कुछ नहीं समझ पाते हैं कि इस खबर के बारे में दोनों बत्रा परिवार को किस तरीके से बताना चाहिए.

राज मेहता के निर्देशन में बनी गुड न्यूज काफी स्मार्ट तरीके से बनायी गई फिल्म हैं, जो दर्शकों पर इसकी पकड़ के बारे में जानते हैं. लगभग हरेक फ्रेम में सही तरीके से फिट की हुई, यह एक शानदार फिल्म है. करीना कपूर के लिए खासतौर पर कहा जा सकता है कि वो इस फिल्म में काफी खूबसूरत दिख रही हैं.

सेट से लेकर कपड़े तक, हर जगह सुंदरता है. इसके अलावा पूरी फिल्म कसी हुई है, इसलिए अगर कुछ सीन या एक-दो फ्लैट जोक्स यहां-वहां आ भी जाते हैं तो हम उसकी शिकायत नहीं करने वाले हैं.
ADVERTISEMENTREMOVE AD

गुड न्यूज में कुछ जगहों पर, कैरेक्टर्स गोद लेने (अडॉप्शन) के सवालों का सामना करते हैं. अगर आप इतने डेस्पेरेट होकर बच्चा चाहते हैं तो IVF के जरिये ही क्यों, जो कि भावनात्मक और फाइनेंशियली काफी खर्चीला प्रोसेस है. इसके बदले आप गोद क्यों नहीं लेते हैं? इस पर हमेशा एक ठोस जवाब मिलता है- खुद की जीन से पैदा होने वाला बच्चा लोगों के लिए एक अद्भुत अनुभव है और यही दुनिया का ड्राइविंग फोर्स है.

दोनों कपल प्रेगनेंसी और स्पर्म अदला-बदली होने के बाद असमंजस की स्थिति में बिल्कुल अलग तरीके से रिएक्ट करते हैं. और फिल्म इन तरह-तरह की प्रतिक्रियाओं और बदलते हालातों के बीच झूलती है, जो कई बार नेचुरल लगते हैं और कई बार बेहद अजीब.

जैसे, दीप्ति अपनी करियर को प्रमुखता देती रहती है लेकिन जब वो अपना बच्चा पाने के लिए लालायित हो जाती है, तो वरुण को ये आइडिया जमता नहीं है. या फिर हनी और मोनिका अपने "दूसरे बच्चे" के लिए दूसरे शहर में जाने पर एक्साइटेड हो जाते हैं.

ADVERTISEMENTREMOVE AD

दीप्ति के किरदार में करीना का कैरेक्टर सबसे सटीक लिखा गया है और उसने इस किरदार को बखूबी निभाया भी है. अक्षय कुमार ने अपना नेचुरल अभिनय किया है और अपनी जोक्स टाइमिंग टू द प्वाइंट रखी है. फिल्म में दोनों एक साथ जंच रहे हैं. वहीं दिलजीत और कियारा ने हर उस पंजाबी स्टीरियोटाइप को निभाया है, जो बॉलीवुड बार-बार दिखाता रहता है. फिल्म में दोनों की एक्टिंग तारीफ करने वाली है.

अंत में कहा जाय तो, गुड न्यूज फिल्म में कभी ज्यादा कुछ बड़ा या अजीब या नया करने की कोशिश नहीं करती है. फिल्म में टॉपिक को काफी सामान्य और सहज तरीके से रखा गया है, जिसके कारण यह दर्शकों को समझाने और खुश करने में कामयाब रहा.

रेटिंग: 5 में से 3.5 क्विंट. आप सिनेमा हॉल के बाहर स्माइल करते हुए बाहर निकलेंगे और कभी-कभी हम सभी को इसकी जरूरत होती है.

(क्विंट हिन्दी, हर मुद्दे पर बनता आपकी आवाज, करता है सवाल. आज ही मेंबर बनें और हमारी पत्रकारिता को आकार देने में सक्रिय भूमिका निभाएं.)

Published: 
सत्ता से सच बोलने के लिए आप जैसे सहयोगियों की जरूरत होती है
मेंबर बनें
×
×