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रूस-यूक्रेन के वॉर के 42 दिन, अब तक क्या-क्या हुआ, दोनों देशों को कितना नुकसान

यूक्रेन के राष्ट्रपति वोलोदिमीर जेलेंस्की ने कहा है कि व्लादिमिर पुतिन ने देश में नरसंहार किया है.

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कुंजी
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रूस (Russia) और यूक्रेन बीच चल रहे संघर्ष को 41 दिन गुजर गए और आज यानी 6 अप्रैल को 42वां दिन है. इस दौरान यूक्रेन में चारों तरफ तबाही का मंजर है, कई बेगुनाह अपनी जान गंवा चुके हैं. दोनों देशों के बीच चल रहे संघर्ष का हल निकालने के लिए कई दौर की बातचीत भी हुई, लेकिन कोई नतीजा नहीं निकला.

यूक्रेन का दावा है कि रूस के हमले में आम नागरिकों की मौतें हो रही हैं. यूक्रेन के राष्ट्रपति वोलोदिमीर जेलेंस्की ने कहा है कि व्लादिमिर पुतिन ने देश में नरसंहार किया है. इसके अलावा अमेरिका के राष्ट्रपति जो बाइडेन ने तो व्लादिमिर पुतिन को वॉर क्रिमिनल तक कह डाला, उनके ऊपर वॉर क्रिमिनल का मुकदमा चलाए जाने की मांग की है.

रूस-यूक्रेन के वॉर के 42 दिन, अब तक क्या-क्या हुआ, दोनों देशों को कितना नुकसान

  1. 1. यूक्रेन के शहर बूचा में सामूहिक मौतें

    रूस द्वारा किए जा रहे हमले के बीच यूक्रेन के बूचा से दिल दहला देने वाली तस्वीरें सामने आ रही हैं. यूक्रेन दावा कर रहा है कि रूसी सेनाओं ने बड़े स्तर पर आम नागरिकों की हत्या की है, सड़कों पर लाशें पड़ी हैं. यूक्रेन के इस इलाके में बनी स्थिति को राष्ट्रपति वोलोदिमीर जेलेंस्की ने नरसंहार बताया है.

    यूक्रेन के प्रोजीक्यूटर जनरल, इरीना वेनेडिक्टोवा ने रविवार, 3 अप्रैल को एक फेसबुक पोस्ट में कहा कि कीव से 410 नागरिकों की लाशें बरामद की गईं.

    यूक्रेनी मानवाधिकार लोकपाल ने कहा कि उत्तरी शहर बूचा में एक चर्च द्वारा 150 से 300 शवों को सामूहिक कब्र में दफनाया गया. रूस ने बूचा के आरोपों को रूसी सेना को बदनाम करने के उद्देश्य से एक जाल बताया है.

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  2. 2. रूस के सैनिकों की मौत के क्या हैं वास्तविक आंकड़े?

    रूस द्वारा यूक्रेन पर शुरू किए गए हमलों के बाद से अब तक यूक्रेन के सैनिकों और नागरिकों के अलावा रूस के सैनिकों की भी बड़ी संख्या में मौत होने की रिपोर्ट्स सामने आई हैं. 2 मार्च, 2022 को यूक्रेन पर रूस द्वारा किए गए आक्रमण में रूसी सैनिकों की मौत के बारे में एक बार कहा कि 498 सैनिक मारे गए हैं और 1597 घायल हुए हैं. रूस की मीडिया वास्तविक आंकड़े बताए बिना कह रही है कि यूक्रेन में रूस के बहुत कम सैनिकों की मौत हुई है.

    21 मार्च को रूसी अखबार Komsomolskaya Pravda ने बताया कि रूस के कुल 9,861 सैनिक मारे गए हैं और 16,153 घायल हुए हैं. ये रिपोर्ट बाद में हटा दी गई और सरकार समर्थक न्यूजपेपर ने कहा कि सैनिकों के मौत की संख्या वास्तविक नहीं थी, यह रिपोर्ट एक हैकिंग का नतीजा थी.

    रिपोर्ट के सामने आने के कुछ ही दिनों बाद क्रेमलिन ने एक नया डेटा जारी करते हुए कहा गया कि रूस के कुल 1,351 सैनिक मारे गए और 3,825 घायल हुए.

    इसके बाद 24 मार्च को NATO अधिकारियों द्वारा कहा गया कि अब तक युद्ध में रूस के 7 से 15 हजार सैनिकों की मौत हुई है. यूक्रेन के अधिकारियों की मानें तो यह आंकड़ा 15 हजार के आस-पास है.

    उच्चायुक्त का संयुक्त राष्ट्र मानवाधिकार कार्यालय के द्वारा जारी की गई रिपोर्ट के मुताबिक यूक्रेन में मारे गए नागरिकों की संख्या युद्ध के पहले महीने 24 फरवरी से 23 मार्च तक कुल 1035 नागरिक मारे गए और 1,650 घायल हुए.

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  3. 3. रूस सैनिकों की मौत को क्यों छिपा रहा है?

    हालांकि संयुक्त राष्ट्र ने कहा कि वास्तविक आंकड़े इससे कहीं अधिक हो सकते हैं, क्योंकि कुछ स्थानों से जानकारी मिलने में काफी देर हुई है और रिपोर्ट अभी नहीं मिल सकी है.

    यूनाइटेड नेशन्स के मुताबिक मार्च के अंत में रूस द्वारा मारियुपोल में महापौर कार्यालय और एक हॉस्पिटल में किए गए हमले में करीब 5 हजार नागरिक मारे गए थे.

    रूस अपनी सेना के जवानों की मौत आंकड़ा क्यों छिपा रहा है, इसकी राजनीतिक वजह के साथ-साथ रणनीतिक वजह भी हो सकती है. कहा जाता है कि सैनिकों का मनोबल बनाए रखने के लिए इस तरह की बातें कही जाती हैं कि अपने देश का नुकसान कम हुआ है दुश्मन देश के सैनिकों की अधिक मौतें हुई हैं.

    पिछले दिनों कई ऐसी रिपोर्ट्स आई हैं जिसमें दावा किया गया कि रूसी सेना ईंधन और खाने की कमी के साथ-साथ अपेक्षित प्रतिरोध से अधिक कठोर प्रतिक्रिया मिलने के बाद मानसिक स्तर पर संघर्ष कर रही है.

    यूक्रेन से युद्ध के दौरान मारे रूसी सैनिकों के बाद ऐसा नहीं है कि रूस की सेना में अब सैनिक नहीं बचे हैं, लेकिन अधिकारियों के लिए यह चिंता का विषय हो सकता है. रिपोर्ट्स के मुताबिक हाल ही में रूस ने अपने 20 से अधिक रूसी जनरलों को यूक्रेन भेजा था, जिसमें से करीब 6 मारे जा चुके हैं.

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  4. 4. यूक्रेन के कितने सैनिकों की हुई मौत?

    रूस के साथ-साथ यूक्रेन के सैनिकों की मौत का आंकड़ा भी सही तरह से नहीं पता चल सका है. पिछले दिनों राष्ट्रपति वोलोदिमीर जेलेंस्की ने कहा था कि रूस के द्वारा किए जा रहे हमलों से लगभग 1300 यूक्रेनी सैनिक मारे गए. लेकिन हाल ही में यूक्रेन सरकार के एक प्रवक्ता ने कहा कि दोनों देशों के बीच चल रहा संघर्ष खत्म होने तक सैनिकों की मौतों का खुलासा नहीं किया जाएगा.

    (हैलो दोस्तों! हमारे Telegram चैनल से जुड़े रहिए यहां)

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यूक्रेन के शहर बूचा में सामूहिक मौतें

रूस द्वारा किए जा रहे हमले के बीच यूक्रेन के बूचा से दिल दहला देने वाली तस्वीरें सामने आ रही हैं. यूक्रेन दावा कर रहा है कि रूसी सेनाओं ने बड़े स्तर पर आम नागरिकों की हत्या की है, सड़कों पर लाशें पड़ी हैं. यूक्रेन के इस इलाके में बनी स्थिति को राष्ट्रपति वोलोदिमीर जेलेंस्की ने नरसंहार बताया है.

यूक्रेन के प्रोजीक्यूटर जनरल, इरीना वेनेडिक्टोवा ने रविवार, 3 अप्रैल को एक फेसबुक पोस्ट में कहा कि कीव से 410 नागरिकों की लाशें बरामद की गईं.

यूक्रेनी मानवाधिकार लोकपाल ने कहा कि उत्तरी शहर बूचा में एक चर्च द्वारा 150 से 300 शवों को सामूहिक कब्र में दफनाया गया. रूस ने बूचा के आरोपों को रूसी सेना को बदनाम करने के उद्देश्य से एक जाल बताया है.

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रूस के सैनिकों की मौत के क्या हैं वास्तविक आंकड़े?

रूस द्वारा यूक्रेन पर शुरू किए गए हमलों के बाद से अब तक यूक्रेन के सैनिकों और नागरिकों के अलावा रूस के सैनिकों की भी बड़ी संख्या में मौत होने की रिपोर्ट्स सामने आई हैं. 2 मार्च, 2022 को यूक्रेन पर रूस द्वारा किए गए आक्रमण में रूसी सैनिकों की मौत के बारे में एक बार कहा कि 498 सैनिक मारे गए हैं और 1597 घायल हुए हैं. रूस की मीडिया वास्तविक आंकड़े बताए बिना कह रही है कि यूक्रेन में रूस के बहुत कम सैनिकों की मौत हुई है.

21 मार्च को रूसी अखबार Komsomolskaya Pravda ने बताया कि रूस के कुल 9,861 सैनिक मारे गए हैं और 16,153 घायल हुए हैं. ये रिपोर्ट बाद में हटा दी गई और सरकार समर्थक न्यूजपेपर ने कहा कि सैनिकों के मौत की संख्या वास्तविक नहीं थी, यह रिपोर्ट एक हैकिंग का नतीजा थी.

रिपोर्ट के सामने आने के कुछ ही दिनों बाद क्रेमलिन ने एक नया डेटा जारी करते हुए कहा गया कि रूस के कुल 1,351 सैनिक मारे गए और 3,825 घायल हुए.

इसके बाद 24 मार्च को NATO अधिकारियों द्वारा कहा गया कि अब तक युद्ध में रूस के 7 से 15 हजार सैनिकों की मौत हुई है. यूक्रेन के अधिकारियों की मानें तो यह आंकड़ा 15 हजार के आस-पास है.

उच्चायुक्त का संयुक्त राष्ट्र मानवाधिकार कार्यालय के द्वारा जारी की गई रिपोर्ट के मुताबिक यूक्रेन में मारे गए नागरिकों की संख्या युद्ध के पहले महीने 24 फरवरी से 23 मार्च तक कुल 1035 नागरिक मारे गए और 1,650 घायल हुए.

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हालांकि संयुक्त राष्ट्र ने कहा कि वास्तविक आंकड़े इससे कहीं अधिक हो सकते हैं, क्योंकि कुछ स्थानों से जानकारी मिलने में काफी देर हुई है और रिपोर्ट अभी नहीं मिल सकी है.

यूनाइटेड नेशन्स के मुताबिक मार्च के अंत में रूस द्वारा मारियुपोल में महापौर कार्यालय और एक हॉस्पिटल में किए गए हमले में करीब 5 हजार नागरिक मारे गए थे.

रूस सैनिकों की मौत को क्यों छिपा रहा है?

रूस अपनी सेना के जवानों की मौत आंकड़ा क्यों छिपा रहा है, इसकी राजनीतिक वजह के साथ-साथ रणनीतिक वजह भी हो सकती है. कहा जाता है कि सैनिकों का मनोबल बनाए रखने के लिए इस तरह की बातें कही जाती हैं कि अपने देश का नुकसान कम हुआ है दुश्मन देश के सैनिकों की अधिक मौतें हुई हैं.

पिछले दिनों कई ऐसी रिपोर्ट्स आई हैं जिसमें दावा किया गया कि रूसी सेना ईंधन और खाने की कमी के साथ-साथ अपेक्षित प्रतिरोध से अधिक कठोर प्रतिक्रिया मिलने के बाद मानसिक स्तर पर संघर्ष कर रही है.

यूक्रेन से युद्ध के दौरान मारे रूसी सैनिकों के बाद ऐसा नहीं है कि रूस की सेना में अब सैनिक नहीं बचे हैं, लेकिन अधिकारियों के लिए यह चिंता का विषय हो सकता है. रिपोर्ट्स के मुताबिक हाल ही में रूस ने अपने 20 से अधिक रूसी जनरलों को यूक्रेन भेजा था, जिसमें से करीब 6 मारे जा चुके हैं.

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यूक्रेन के कितने सैनिकों की हुई मौत?

रूस के साथ-साथ यूक्रेन के सैनिकों की मौत का आंकड़ा भी सही तरह से नहीं पता चल सका है. पिछले दिनों राष्ट्रपति वोलोदिमीर जेलेंस्की ने कहा था कि रूस के द्वारा किए जा रहे हमलों से लगभग 1300 यूक्रेनी सैनिक मारे गए. लेकिन हाल ही में यूक्रेन सरकार के एक प्रवक्ता ने कहा कि दोनों देशों के बीच चल रहा संघर्ष खत्म होने तक सैनिकों की मौतों का खुलासा नहीं किया जाएगा.

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