अक्सर अपने ट्वीट के लिए चर्चा में रहने वाले फिल्ममेकर और लेखक विवेक अग्निहोत्री एक बार फिर ट्विटर घिरते नजर आ रहे हैं . उन्होंने 28 अगस्त को एक ट्वीट में लोगों से उन लोगों की एक लिस्ट बनाने को कहा था जो ‘अर्बन नक्सलियों’ के बचाव में बोल रहे हैं. ये ट्वीट भीमा कोरोगांव हिंसा में कई एक्टिविस्ट की गिरफ्तारी से जुड़ा हुआ था. दरअसल हिंसा के लिए एक्टिविस्ट की गिरफ्तारी पर ट्विटर पर कई लोगों ने सवाल उठाए थे. जिसपर अग्निहोत्री ने ट्वीट कर उन्हें अर्बन नक्सली, यानी नक्सलियों से सहानुभूति रखने वाला बताया था.
भीमा कोरेगांव हिंसा में गिरफ्तार होने वाले लोगों में नागरिक अधिकार के लिए काम करने वाली वकील सुधा भारद्वाज, एक्टिविस्ट और कवि वरवर राव, एक्टिविस्ट वर्नन गोंजाल्विस, अरुण फरेरा और गौतम नवलेखा शामिल हैं.
देशभर में छापों और गिरफ्तारियों के खिलाफ सोशल मीडिया में कड़ी प्रतिक्रिया देखने को मिली है, जिसमें कई लोगों ने इसे बदले की कार्रवाई करार दिया है.
इसी प्रतिक्रिया के खिलाफ जब विवेक अग्निहोत्री ने ये ट्वीट किया, तो नेटिजेन्स ने इस पर कुछ इस तरह से जवाब दिया.
‘हम भी हैं अर्बन नक्सली’
ऑल्ट न्यूज के प्रतीक सिन्हा समेत कई ट्विटर यूजर्स ने कहा कि वो इस लिस्ट का हिस्सा बनना चाहेंगे
कई लोगों ने अग्निहोत्री के ट्वीट पर नाराजगी भी जताई
साथ ही ट्विटर पर एक नया अकाउंट भी बन गया #MeTooUrbanNaxal नाम से
आप को बता दें की विवेक अग्निहोत्री अर्बन नक्सल नाम से एक किताब भी लिख चुके हैं, जिस वजह से कई लोगों को ये भी लगा कि ये किताब को प्रमोट करने का तरीका भी हो सकता है.
2017 में एक आर्टिकल में अग्निहोत्री ने कहा था कि शहरी इलाकों में रह रहे कई पढ़े-लिखे लोग भारत के छिपे हुए दुश्मन हैं, उन्होंने ये भी कहा था कि इनमें से कुछ लोग पकड़े जा चुके हैं और कुछ के ऊपर पुलिस की नजर है क्योंकि वो भारत विरोधी गतिविधियों में शामिल हैं. और इसी के लिए अर्बन नक्सल शब्द का इस्तेमाल किया था.
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