पंजाब के अमृतसर में गोल्डन टेम्पल (Amritsar Golden Temple) में गुरु ग्रंथ साहिब की कथित बेअदबी मामले (Sacrilege Case) में राज्य के मुख्यमंत्री चरणजीत सिंह चन्नी ने बड़ा बयान दिया है.
चन्नी ने लोगों से अपील करते हुए कहा कि "हम राज्य के लोगों से सभी धर्मों के धार्मिक केंद्रों का सम्मान करने और उनकी रक्षा करने, सांप्रदायिक सद्भाव बनाए रखने की अपील करते हैं."
चन्नी ने आशंका जताई कि विधानसभा चुनाव नजदीक होने के चलते ये कुछ बुरे तत्वों का काम हो सकता है. उन्होंने कहा
हो सकता है कि विधानसभा चुनाव नजदीक आते ही कुछ बुरे तत्व इसकी वजह बन रहे हों. हमारी एजेंसियां जांच कर रही हैं.
मामले की जांच के लिए SIT गठित
पंजाब की चन्नी सरकार ने 18 दिसंबर को अमृतसर के स्वर्ण मंदिर (Golden Temple) में कथित बेअदबी के प्रयास की जांच के लिए रविवार, 19 दिसंबर को एक विशेष जांच दल (एसआईटी) का गठन भी कर दिया है. कथित बेअदबी की कोशिश के बाद भीड़ ने एक व्यक्ति की पीट-पीटकर हत्या कर दी थी.
दरबार साहिब में बेअदबी की घटना को सबसे दुर्भाग्यपूर्ण बताते हुए पंजाब के डिप्टी सीएम सुखजिंदर सिंह रंधावा ने रविवार, 19 दिसंबर को कहा कि डीसीपी लॉ एंड ऑर्डर के नेतृत्व में एक विशेष जांच दल का गठन किया गया है, जो दो दिनों के भीतर जांच रिपोर्ट पेश करेगा. यह जानकारी डिप्टी सीएम ऑफिस ने दी है.
क्या है पूरा मामला ?
गुरु ग्रंथ साहिब की कथित बेअदबी की यह घटना 18 दिसंबर की शाम की प्रार्थना के दौरान हुई जब वह व्यक्ति रेलिंग फांद गया और गर्भगृह के केंद्रीय बाड़े के अंदर घुस गया जहां गुरु ग्रंथ साहिब रखा गया था और कथित तौर पर सिखों की पवित्र पुस्तक को अपवित्र करने का प्रयास किया.
पुलिस ने कहा कि उसने हीरे से जड़ी कृपाण भी उठाई और बेअदबी की. पुलिस ने कहा कि जब उसने स्वर्ण मंदिर में कथित तौर पर बेअदबी करने का प्रयास किया तो गुस्साए भक्तों ने पीट-पीट कर मार डाला.
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