गैंगस्टर विकास दुबे यूपी पुलिस के साथ हुए एक कथित एनकाउंटर में मारा गया है. लेकिन अभी भी उसके कुछ सहयोगी फरार बताए जा रहे हैं, अब मुंबई पुलिस की ATS जुहू यूनिट ने बताया है कि दुबे का सहयोगी अरविंद उर्फगुड्डन रामविलास त्रिवेदी, ड्राइवर के साथ गिरफ्तार कर लिया गया है. ATS के मुताबिक, ऐसी सूचना मिली थी कि कानपुर एनकाउंटर केस का एक आरोपी ठाणे में हैं. ATS जुहू यूनिट ने कोल्शेट रोड, ठाणे में एक जाल बिछाया और उसे धर दबोचा.
विकास दुबे के करीबी सहयोगियों में से एक गुड्डन उसके साथ कई आरोपों में शामिल रहा है, गुड्डन यूपी के मंत्री संतोष शुक्ला की हत्या का भी आरोपी बताया जा रहा है.
दुबे समेत उसके कई सहयोगियों हो चुके हैं ढेर
बता दें कि कानपुर कांड के बाद पुलिस और बदमाशों के कई एनकाउंटर हुए. विकास दुबे से पहले उसके सहयोगी अमर दुबे, प्रभात, रणबीर शुक्ला को पुलिस ने एनकाउंटर में ढेर कर दिया है. ये सभी एनकाउंटर यूपी के अलग-अलग जिलों में हुए हैं. 10 जुलाई को एसटीएफ ने एक बयान में कहा, ''विकास दुबे को एसटीएफ के उपाधीक्षक तेज बहादुर सिंह के नेतृत्व में सरकारी वाहन से मध्य प्रदेश के उज्जैन से लाया जा रहा था. यात्रा के दौरान कानपुर के सचेंडी थाना क्षेत्र में कन्हैयालाल अस्पताल के सामने अचानक गाय भैंसों का एक झुंड सड़क पर आ गया. लंबी यात्रा से थके चालक ने हादसा टालने के लिए वाहन को अचानक मोड़ा जिससे वह अनियंत्रित होकर पलट गया.''
‘’इस घटना में वाहन में बैठे पुलिस अधिकारी और कर्मचारी गंभीर रूप से घायल हो गए और क्षणिक रूप से बेहोशी में चले जाने की वजह से उनके साथ बैठा अपराधी विकास दुबे हालात का फायदा उठाते हुए घायल इंस्पेक्टर रमाकांत पचौरी की सरकारी पिस्टल निकालकर भागने लगा.’’
बयान के मुताबिक,दुबे का पीछा किया गया तो उसने पुलिस से छीनी गई पिस्तौल से गोलियां चलाईं.
एसटीएफ ने कहा है, ''अभियुक्त को जिंदा पकड़ने का भरपूर प्रयास करने के उद्देश्य से उसके काफी निकट पहुंच गए, लेकिन विकास दुबे अंतिम क्षणों में पुलिसकर्मियों पर ताबड़तोड़ फायरिंग करने लगा. अन्य कोई विकल्प न होने की दशा में पुलिस दल द्वारा भी आत्म रक्षा और कतर्व्य पालन के लिए नियंत्रित फायर किया गया.''
एसटीएफ ने आगे कहा कि पुलिस की जवाबी कार्रवाई में विकास दुबे घायल होकर गिर गया, जिसे तत्काल इलाज के लिए अस्पताल ले जाया गया, जहां चिकित्सकों ने उसे परीक्षणोपरांत मृत घोषित कर दिया.
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