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Neemuch Lynching: पिटाई से ही हुई बुजुर्ग की मौत,पोस्टमार्टम रिपोर्ट में पुष्टि

MP: मुस्लिम होने के शक में बुजुर्ग की थी पिटाई, BJP जिलाध्यक्ष ने माना था पार्टी कार्यकर्ता है आरोपी दिनेश कुशवाह

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मध्य प्रदेश के नीमच (Neemuch) में मुस्लिम होने की आशंका में जिस बुजुर्ग विकलांग व्यक्ति की बीजेपी कार्यकर्ता ने कथित तौर पर पिटाई की थी,उनकी पोस्टमॉर्टम रिपोर्ट सामने आ गयी है. पोस्टमॉर्टम रिपोर्ट में यह पुष्टि हुई है कि भंवरलाल जैन की हमले के दौरान लगी चोटों के कारण ही मौत हुई है. 19 मई 2022 को हुई यह घटना नीमच जिले के मनासा थाना क्षेत्र की है.

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नीमच जिले के अतिरिक्त पुलिस अधीक्षक सुंदर सिंह कनेश ने मीडिया से बात करते हुए कहा कि

" सोशल मीडिया पर वीडियो वायरल होने के बाद प्रथम दृष्टया हत्या का मामला दर्ज किया गया था. हालांकि वीडियो में बुजुर्ग को पीटते हुए दिखाया गया था और मौत का कारण अनिश्चित था. हम जांच कर रहे थे. लेकिन पोस्टमार्टम रिपोर्ट आने के बाद यह स्पष्ट है कि मारपीट से लगी चोटों के कारण उसकी मौत हुई है."

क्या है पूरा मामला?

दरअसल बीते दिनों सोशल मीडिया पर मनासा का एक वीडियो वायरल हुआ था जिसमें एक बुजुर्ग को एक व्यक्ति द्वारा लगातार थप्पड़ मारे जा रहे थे. वीडियो में व्यक्ति कहते हुए दिखाई दे रहा था कि तेरा नाम क्या मोहम्मद है ना, और लगातार थप्पड़ बुजुर्गों को मारे जा रहा था.

मनासा पुलिस ने आरोपी पूर्व पार्षद पति दिनेश कुशवाह और संरक्षण देने वाले भाई राकेश कुशवाह को गिरफ्तार कर हत्या के मामले में न्यायालय में पेश किया गया था जहां से दोनों को कनावटी जेल भेज दिया गया.

भंवरलाल के भाई राजेश जैन ने क्विंट से बात करते हुए कहा था कि "मेरे भाई को पीटा गया और मार डाला गया क्योंकि किसी को उसके मुस्लिम होने का संदेह था. भारत में तो 25 करोड़ मुसलमान हैं, आप कितने को मारेंगे? यह गलत है और किसी के साथ नहीं होना चाहिए"

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रतलाम जिले के सिरसी गांव के निवासी भंवरलाल जैन भैरो बाबा की पूजा के लिए राजस्थान के चित्तौड़गढ़ गए थे, जहां वह खो गए और नीमच के एक गांव पहुंच गए, जिसका नाम भी उनके पैतृक गांव की तरह सिरसी है.

बाद में उन्हें कथित तौर पर एक स्थानीय बीजेपी नेता कुशवाह द्वारा मुस्लिम होने के संदेह में पकड़ा गया और उन पर हमला किया गया.

भंवरलाल जैन की बॉडी घटना स्थल से कुछ दूर ही पायी गयी और एक दिन बाद परिवार को सौंप दी गयी. हालांकि परिवार को उस समय हमले के बारे में कुछ पता नहीं था.

भंवरलाल का अंतिम संस्कार करने के बाद ही भाई राजेश जैन को व्हाट्सएप पर एक वीडियो मिला, जिसमें आरोपी उनके भाई की पिटाई कर रहा था और उनसे पूछ रहा था कि क्या वह मोहम्मद (मुस्लिम) हैं.

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