उत्तर प्रदेश के प्रयागराज में चर्चित उमेश पाल हत्याकांड (Umesh Pal Murder Case) मामले में सोमवार, 6 मार्च की सुबह एक आरोपी विजय की पुलिस से मुठभेड़ हो गई. शातिर शूटर विजय के ऊपर उमेश पाल और सिपाही को पहली गोली मारने का आरोप है. इस मुठभेड़ में विजय की मौत हो गई. इस हत्याकांड में एनकाउंटर में मारा जाने वाला विजय दूसरा आरोपी है. एक आरोपी अरबाज को पुलिस ने पहले ही मार गिराया था.
कौंधियारा थाना क्षेत्र में क्राइम ब्रांच के साथ विजय की मुठभेड़ हुई. आरोपी का नाम विजय उर्फ उस्मान था और उसके ऊपर 50 हजार इनाम भी पुलिस ने घोषित कर रखा था. विजय को गोली लगने के बाद स्वरूप रानी अस्पताल भेजा गया लेकिन उसे डॉक्टरों ने मृत घोषित कर दिया.
इस मुठभेड़ में कौंधियारा थाने के सिपाही नरेंद्र भी जख्मी हुए हैं. उन्हें सीएससी में कराया गया भर्ती कराया गया है.
विजय के एनकाउंटर पर बीजेपी नेता और देवरिया से विधायक डॉ. शलभ मणी त्रिपाठी ने ट्वीट करके कहा कि "कहा था ना कि मिट्टी में मिला देंगे !! उमेश पाल और संदीप निषाद पर पहली गोली चलाने वाला खूंखार हत्यारा उस्मान भी आज पुलिस मुठभेड़ में ढेर."
एक आरोपी अरबाज का पहले ही हो चुका है एनकाउंटर
उमेश पाल हत्याकांड में शामिल एक 24 साल के आरोपी अरबाज को यूपी पुलिस ने एनकाउंटर में मार गिराया था. उत्तर प्रदेश पुलिस के स्पेशल ऑपरेशंस ग्रुप और जिला पुलिस ने 27 फरवरी को प्रयागराज के नेहरू पार्क में एनकाउंटर के दौरान आरोपी अरबाज को गोली मार दी थी. इसके बाद उसे हॉस्पिटल में भर्ती कराया गया, जहां डॉक्टर ने उसे मृत घोषित कर दिया. साथ ही मुठभेड़ में धूमनगंज थाने के इंस्पेक्टर राजेश मौर्या घायल हुए थे.
हत्याकांड के बाद इसपर भी पुलिस ने 50 हजार का इनाम घोषित था. अरबाज भी अतीक अहमद के तीसरे बेटे असद से जुड़ा हुआ था. पुलिस को एनकाउंटर के बाद उसके पास से 32 बोर की एक पिस्टल मिली है.
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