उद्योगपति आनंद महिंद्रा नाबालिग लड़कियों के बलात्कारियों और हत्यारों को मौत देने के लिए जल्लाद बनने को भी तैयार हैं.
लेकिन ऐसी पेशकश करने वाले वो अकेले नहीं हैं. बहुत से लोगों ने लड़कियों पर हो रहे इस अपराधों के लिए गुस्से का इजहार इसी तरह से किया है.
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आनंद महिंद्रा में ट्वीट किया ...
शायद ही कोई भी जल्लाद का काम करना चाहेगा लेकिन बर्बर बलात्कारियों और बच्चियों को हत्यारों को मौत की सजा के लिए मैं स्वेच्छा से जल्लाद बनने को तैयार हूं. मैं शांत रहने की बहुत कोशिश करता हूं, लेकिन ये जो हमारे देश में हो रहा है उससे मेरा खून खौल उठता है.
आनंद महिंद्रा ने रविवार को बेहद सख्त और कड़े शब्दों वाले ट्वीट में कठुआ और उन्नाव जैसी घटनाओं पर अपना गुस्सा जाहिर किया. खास तौर पर पिछले 10 दिनों में इस तरह की घटनाओं में बहुत ज्यादा उछाल आया है.
महिंद्रा ने सूरत में 11 साल की लड़की के कथित रेप और फिर हत्या मामले में गुस्सा जताया. पुलिस के मुताबिक लड़की के शरीर पर चोट के 86 निशान हैं.
महिंद्रा की तरह कई महिला और बाल विकास मंत्री मेनका गांधी और हेमामालिनी ने भी 12 साल से कम उम्र की लड़की के साथ बलात्कार के लिए फांसी की सजा की वकालत की है. इसके अलावा देश में बड़े पैमाने पर बच्चों का रेप करने वालों को मौत की सजा देने की मांग उठने लगी है.
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आनंद महिंद्रा के जल्लाद बनने के प्रस्ताव पर बहुत से लोगों ने उनका खुलकर समर्थन किया है. खासतौर पर सोशल मीडिया में उनकी पेशकश पर बहुत से लोगों ने स्वैच्छा से इस काम में हाथ बंटाने की पेशकश कर डाली है.
एक ट्विटर यूजर ने लिखा कि अगर आप को कभी ऐसा मौका मिलता है तो मुझे आपका हाथ बंटाने में बहुत खुशी होगी.
एक और यूजर ने कहा कि रेप रोकने के लिए भारत में खाड़ी देशों जैसे सख्त कनून की जरूरत है
सामाजिक मुद्दों पर बोलने वाले पुष्पेश पंत ने भी महिंद्रा के ट्वीट पर लिखा की ‘कानून अपना काम करेगा’ जैसी बातों से अब लोगों का गुस्सा शांत नहीं किया जा सकता. ऐसी घटनाओं की जिम्मेदारी सरकार को लेनी होगी. लोगों को आनंद महिंद्रा के साथ आना चाहिए
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