करीब दो साल पहले गोरक्षकों की भीड़ का शिकार हुए पहलू खान के खिलाफ राजस्थान पुलिस ने चार्जशीट दाखिल की है. जिसके बाद से ही असदुद्दीन ओवैसी समेत कई नेता और सोशल मीडिया पर कांग्रेस सरकार की जमकर खिंचाई हो रही है. सोशल मीडिया यूजर इसे लिंचिंग के मुद्दे पर कांग्रेस की दोहरी राजनीति बता रहे हैं. अब सीएम अशोक गहलोत ने एक के बाद एक ट्वीट में इस मामले पर अपनी सफाई पेश की है, उन्होंने कहा कि द इंडियन एक्सप्रेस की रिपोर्ट में फैक्चुअल गलतियां हैं.
‘दिसंबर 2018 में राजस्थान पुलिस की तरफ से दाखिल की गई चार्जशीट में पहलू खान का नाम नहीं है. ये अलग केस है, जिसकी जांच साल 2017-18 में बीजेपी सरकार के वक्त की गई थी. ये आरिफ, इरशाद, और खान मोहम्मद (ट्रांसपोर्टर) के खिलाफ था. क्योंकि दोषी का नाम दिसंबर में दाखिल की गई चार्जशीट में नहीं था, तो डिस्ट्रिक्ट कोर्ट ने 24 मई, 2019 को चालान स्वीकार किया. हालांकि, हमारी सरकार देखेगी कि क्या जांच पूर्व निर्धारित इरादों के साथ की गई थी.’अशोक गहलोत, मुख्यमंत्री, राजस्थान
द इंडियन एक्सप्रेस की खबर के मुताबिक, ये चार्जशीट राज्य में कांग्रेस की सरकार बनने के बाद पिछले साल 30 दिसंबर को बनाई गई थी. इस साल 29 मई को यह चार्जशीट बेहरोड़ के एडिशनल चीफ ज्यूडिशियल मजिस्ट्रेट के कोर्ट में पेश की गई थी.
सोशल मीडिया पर लोगों में गुस्सा
पहलू खान पर चार्जशीट दाखिल होने से सोशल मीडिया यूजर्स में काफी गुस्सा है. ट्विटर यूजर्स ने कांग्रेस सरकार पर बीजेपी की तरह काम करने का आरोप लगाया है.
AIMIM नेता असदुद्दीन ओवैसी ने कांग्रेस सरकार पर हमला बोलते हुए लिखा, ‘सत्ता में कांग्रेस बीजेपी का ही प्रतिरूप है. राजस्थान के मुस्लिमों को यह बात समझनी होगी. ऐसे व्यक्तियों/संगठनों को खारिज करो जो कांग्रेस पार्टी के ब्रोकर हैं. 70 साल एक लंबा वक्त होता है, कृपया बदल जाइए.’
स्वरा भास्कर ने लिखा, ‘राजस्थान में कांग्रेस सरकार का शर्मनाक कदम. पहलू खान की भीड़ ने पीट-पीटकर हत्या कर दी थी. और एक सेक्युलर सरकार मृतक, पीड़ित पर ही केस कर रही है.’
जर्नलिस्ट माया मिरचंदानी ने लिखा कि अशोक गहलोत को इस मामले में नई जांच के आदेश देने चाहिए थे, लेकिन उन्होंने ऐसा नहीं किया.
शिवसेना नेता प्रियंका चतुर्वेदी ने ट्विटर पर लिखा, ‘मॉब लिंचिंग के पीड़ित, पहलू खान पर राजस्थान सरकार ने चार्जशीट दाखिल की है. लिबरल्स का इसपर चुप्पी साधना हैरान करता है.’
यूजर्स ने पूछा, कांग्रेस-बीजेपी में फर्क क्या?
सोशल मीडिया पर कुछ यूजर्स ने कांग्रेस अध्यक्ष राहुल गांधी और सचिव प्रियंका गांधी वाड्रा से भी जवाब मांगा. हालांकि दोनों की तरफ से अब तक इस मामले पर कोई बयान नहीं आया है.
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