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असम में बाढ़ का कहर, 9 लोगों की मौत- 6 लाख से ज्यादा लोग प्रभावित

बाढ़ की वजह से 48,000 से ज्यादा लोगों को अपना घर छोड़ कर राहत शिविर में आसरा लेना पड़ा है.

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भारत
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असम (Assam) में बाढ़ (Floods) की वजह से अब तक नौ लोगों की मौत हो गई है. राज्य के 27 जिलों के 6.6 लाख लोग इससे प्रभावित हो रहे हैं. समय से पहले हो रही बारिश ने जन जीवन को अस्त व्यस्त कर दिया है. सड़कें और रेल सेवा बाधित हो गई हैं. लोगों के जगह-जगह फंसे होने की जानकारी मिल रही है. कई लोगों को बाढ़ की वजह से अपना घर तक छोड़ना पड़ा है.

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बाढ़ की वजह से 48,000 से ज्यादा लोगों को अपना घर छोड़ कर राहत शिविर में आसरा लेना पड़ा है.

बचाव कार्य के लिए सेना की तैनाती हो चुकी है. होजई और कछार ऐसे जिले हैं, जो सबसे ज्यादा प्रभावित हैं. हर जिले में 1 लाख से अधिक लोग प्रभावित हुए हैं. सेना ने होजई जिले में फंसे 2,000 से ज्यादा लोगों को बचाया है.

राज्य के दक्षिण में बसा दीमा हसाओ जिले से पिछले पांच दिनों से कोई संपर्क नहीं हो पा रहा. बारिश के कारण हुए भूस्खलन ने दीमा हसाओ से जुड़ी सड़कों और रेलवे लाइन को तोड़ दिया है. यही हालात बराक घाटी के साथ-साथ त्रिपुरा, मिजोरम और मणिपुर के महत्वपूर्ण हिस्सों के भी हो चुके हैं. यहां भी सड़कें और रेल सेवा बाधित हैं.

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असम में सरकार की क्या तैयारियां हैं?

असम में बाढ़ की वजह से जान गंवाने वाले लोगों के परिजनों को राज्य सरकार ने चार लाख रुपये की सहायता देने का फैसला लिया है.

एनडीटीवी ने सूत्रों के हवाले से बताया है कि, सरकार ने बराक घाटी से फ्लाइट सर्विस शुरू करने के लिए क्षेत्रीय एयरलाइन "फ्लाईबिग" के साथ साझेदारी करने का निर्णय लिया है. टिकट की कीमत ₹3,000 तय की गई है, अतिरिक्त खर्च सरकार द्वारा वहन किया जाएगा.

पिछले दो दिनों से पूर्वोत्तर राज्यों असम, मेघालय और अरुणाचल प्रदेश में मूसलाधार बारिश हो रही है. गुवाहाटी स्थिति मौसम विभाग ने चेतावनी जारी की है कि अगले चार दिनों तक पूरे क्षेत्र में व्यापक बारिश होगी.

केंद्रीय गृह मंत्री अमित शाह ने असम को केंद्र सरकार की ओर से हरसंभव मदद का आश्वासन दिया है. एक ट्वीट में उन्होंने लिखा है कि, वह पहले ही असम के मुख्यमंत्री हिमंत बिस्वा सरमा से बात कर चुके हैं.

राज्य सरकार के लिए इस समय सबसे बड़ी चुनौती है बाढ़ प्रभावित क्षेत्रों में जरूरी सामानों की सप्लाय करना और प्रभावित क्षेत्रों से संपर्क साधना जहां से संपर्क टूट चुका है.

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