'मारो स#%@ को...., बंदूक छीन लो',. यह आवाज बुलंदशहर हिंसा से जुड़ा उस वीडियो में सुनाई पड़ रही है जो अब सामने आया है. वीडियो में भीड़ ये बातें कह रही हैं. तीन मिनट का ये वीडियो इंस्पेक्टर सुबोध कुमार की मौत के ठीक पहले का है. 3 दिसंबर के इस वीडियो में भीड़ उत्पात मचाती, गाली-गलौज देती, पत्थरबाजी करती दिख रही है.
बता दें कि उत्तर प्रदेश के बुलंदशहर के स्याना गांव इलाके में कथित गोकशी के शक में 3 दिसंबर को हिंसा शुरू हो गई. भीड़ ने पुलिस पर हमला किया. जिसमें इंस्पेक्टर सुबोध कुमार सिंह का कत्ल कर दिया गया.
हालांकि हम इस वीडियो के सच होने का दावा नहीं करते हैं. साथ ही उत्तर प्रदेश पुलिस ने भी अब तक इसकी पुष्टि नहीं की है. वहीं इस वीडियो की घटना और जगह बुलंदशहर के उसी इलाकों से मेल खाती है जहां इंस्पेक्टर सुबोध कुमार सिंह और एक स्थानीय निवासी सुमित की हत्या हुई थी.
क्या है इस वीडियो में?
इस वीडियो में भीड़ सड़कों पर भागती दिख रही है. लोग पत्थरबाजी और पुलिस पर हमला करते हुए दिख रहे हैं. पूरे वीडियो में, भीड़ के चिल्लाने की आवाज आ रही है. साथ ही "उन्हें मारो, उन्हें मारो, उनकी बंदूकें छीन लो" की आवाज आ रही है.
वीडियो में एक मिनट 32 सेकंड पर एक शख्स कहता सुनाई देता है "गोली मार दी, गोली मार दी." वहीं एक मिनट 54 सेकंड पर दिखाई दे रहा है कि एक और शख्स है जो घायल हो गया है और भीड़ उसे उठाकर अपने साथ ले जा रही है.
वीडियो के आखिरी में एक खुले मैदान में एक पुलिस वाला गिरा हुआ दिख रहा है. शायद ये पुलिस वाला सुबोध कुमार सिंह है.
सुबोध कुमार के ड्राइवर ने भी सुनाई थी हमले की कहानी
बता दें कि इंस्पेक्टर सुबोध कुमार के ड्राइवर जो उस घटना के वक्त उनके साथ थे और अपनी जान बचा कर मौका-ए-वारदात से निकल आये थे उन्होंने भी कुछ इसी तरह की बात कही थी. सुबोध कुमार सिंह की गाड़ी के ड्राइवर रामाश्रय ने बताया था कि जब सुबोध कुमार बाउंड्री की तरफ गिरे थे, तब मैंने अपने दो साथियों के साथ मिलकर उन्हें उठाकर गाड़ी में डाला. लेकिन जैसे ही गाड़ी लेकर आगे बढ़े सैकड़ों की भीड़ सामने आ गई. भीड़ से लोगों की आवाजें आईं कि पकड़ लो मारो-मारो इन्हें. जिसके बाद सभी लोग भागने लगे. मैंने भी अपनी जान बचाने के लिए गाड़ी से छलांग लगाई और गन्ने के खेत की तरफ भाग गया.
(क्विंट हिन्दी, हर मुद्दे पर बनता आपकी आवाज, करता है सवाल. आज ही मेंबर बनें और हमारी पत्रकारिता को आकार देने में सक्रिय भूमिका निभाएं.)