बुलंदशहर हिंसा में इंस्पेक्टर सुबोध कुमार सिंह की मौत पर अब पूर्व नौकरशाहों का गुस्सा योगी सरकार पर फूटा है. 83 पूर्व नौकरशाहों ने एक ओपन लेटर लिखा है जिसमें उन्होंने उत्तर प्रदेश के सीम योगी आदित्यनाथ इस्तीफे की मांग की है.
खुले पत्र में रिटायर्ड ब्यूरोक्रेट्स ने अपना गुस्सा जाहिर करते हुए लिखा है कि योगी आदित्यनाथ की सरकार गोकशी पर ही ध्यान दे रही है. वह कानून व्यवस्था पर कोई ध्यान नहीं दे रही है. इस लिए मुख्यमंत्री को इस्तीफा दे देना चाहिए.
बता दें कि 3 दिसंबर 2018 को उत्तर प्रदेश के बुलंदशहर में कथित गोकशी के नाम पर हिंसा भड़की थी. जिसमें गुस्साई भीड़ ने इंस्पेक्टर सुबोध कुमार सिंह की हत्या कर दी.
ब्यूरोक्रेट्स को दिए सुझाव
इस पत्र में पावर में बैठे मुख्य सचिव, पुलिस महानिदेशक, गृह सचिव, और उच्च नागरिक सेवाओं के दूसरे सभी सदस्यों को उनकी जिम्मेदारी भी याद दिलाई गई है. इसमें लिखा गया है, "सभी प्रशासनिक लोग निडरता के साथ अपने संवैधानिक कर्तव्य का पालन करें और राजनीतिक दलों निर्देशों के बजाय कानून के नियम को लागू कराएं."
इलाहाबाद हाई कोर्ट से गुजारिश, न्यायिक जांच का आदेश दे
पूर्व ब्यूरोक्रेट्स ने अपने चिट्ठी में इलाहबाद हाई कोर्ट से गुजारिश की है कि वो इस मामले में संज्ञान लेकर "इस घटना के बारे में जानकारी प्राप्त करें और सही तथ्यों को उजागर करे. साथ ही राजनीतिक जुड़ाव का पर्दाफाश करने, सबकी जवाबदेही तय करने और कार्रवाई की सिफारिश करने के लिए अपने देखरेख में न्यायिक जांच का आदेश दें."
अधिकारियों का कहना है कि उन्होंने इससे पहले भी कई मसलों पर खुला खत लिखा है. बुलंदशहर हिंसा को लेकर उन्होंने कहा कि एक पुलिस वाले की भीड़ की ओर से की गई हत्या बहुत दर्दनाक है, इससे राज्य की कानून व्यवस्था पर कई तरह के सवाल खड़े होते हैं.
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