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बुल्ली बाई केस: गिरफ्तार नीरज बिश्नोई को कॉलेज ने सस्पेंड किया- रिपोर्ट

नीरज बिश्नोई को दिल्ली पुलिस ने बुल्ली बाई मामले में मास्टरमाइंड होने के आरोप में असम से गिरफ्तार किया था.

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भारत
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मीडिया रिपोर्ट्स के अनुसार बुल्ली बाई (Bulli Bai) ऐप मामले में गिरफ्तार नीरज बिश्नोई (Niraj Bishnoi) को भोपाल स्थित वेल्लोर इंस्टीट्यूट ऑफ टेक्नोलॉजी ने यूनिवर्सिटी से तत्काल प्रभाव से अगली सूचना तक निलंबित कर दिया है. 21 वर्षीय सेकंड ईयर बीटेक स्टूडेंट नीरज बिश्नोई को दिल्ली पुलिस की स्पेशल सेल की IFSO टीम ने बुल्ली बाई मामले में कथित मुख्य साजिशकर्ता और क्रिएटर होने के आरोप में असम से गिरफ्तार किया था.

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डीसीपी केपीएस मल्होत्रा के अनुसार नीरज बिश्नोई ने गिटहब पर बुल्ली बाई ऐप बनाया था.

"वह इसी नाम से ट्विटर हैंडल का उपयोग कर रहा था. उसने ऐप को सोशल मीडिया प्रोपोगेटर्स को भेजा. लेकिन वह ऐप के पीछे मास्टरमाइंड और क्रिएटर है. हमें उसके फोन और लैपटॉप से ​​सबूत मिले हैं."
डीसीपी केपीएस मल्होत्रा

कौन है नीरज बिश्नोई?

नीरज बिश्नोई बुल्ली बाई मामले में गिरफ्तार होने वाला चौथा आरोपी है. असम के जोरहाट का रहने वाला नीरज बिश्नोई वेल्लोर इंस्टीट्यूट ऑफ टेक्नोलॉजी, भोपाल में बीटेक (कंप्यूटर साइंस) का सेकेंड ईयर स्टूडेंट है.

वीआईटी, भोपाल के PRO अमित अमर ने द क्विंट को बताया कि

"वह 2020 में एडमिशन लेने के बाद से कैंपस में नहीं आया है. वह ऑनलाइन क्लासेज में भाग ले रहा था और ऑनलाइन परीक्षा दे रहा था. हमें मीडिया से उसकी गिरफ्तारी के बारे में जानकारी मिली और अपने रिकॉर्ड को खंगालने के बाद हमने पाया कि उसके क्रेडेंशियल सही हैं."

असम पुलिस के एसपी अंकुर जैन के मुताबिक बिश्नोई 25 दिसंबर को भोपाल से जोरहाट आया था. बिश्नोई को 5 जनवरी की देर रात असम पुलिस ने गिरफ्तार किया था और 6 जनवरी को दिल्ली पुलिस को सौंप दिया गया था.

2 जनवरी को मामले में FIR दर्ज होने के बाद दिल्ली पुलिस द्वारा इस मामले में यह पहली गिरफ्तारी है. इससे पहले मुंबई पुलिस ने बुल्ली बाई मामले के सिलसिले में तीन आरोपियों को गिरफ्तार किया था – दो उत्तराखंड से और एक बेंगलुरु से.

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