CBSE पेपर लीक मामले में दिल्ली के कड़कड़डूमा कोर्ट ने तीन आरोपियों को दो दिन की पुलिस कस्टडी में भेज दिया है. दिल्ली पुलिस ने रविवार को ही तीन लोगों को गिरफ्तार किया था. इनमें एक कोचिंग सेंटर संचालक और दो टीचर्स शामिल हैं.
इन लोगों पर आरोप है कि इन्होंने 12वीं क्लास के इकनॉमिक्स के पेपर को तय वक्त से 75 मिनट पहले ओपन किया था.
इस दौरान कुछ स्टूडेंट भी इनके साथ मौजूद थे. घटना 26 मार्च की बताई जा रही है. ये लोग दिल्ली के पास बवाना के एक स्कूल में काम करते हैं. इसके बाद पेपर को व्हॉट्सएप पर फैलाया गया.
शनिवार को ही क्राइम ब्रॉन्च ने दिल्ली के 3 पब्लिक स्कूल के एक प्रिंसपल सहित 7 टीचर्स से लंबी पूछताछ की थी. इस पूछताछ में कोचिंग सेंटर संचालक और दो दूसरे टीचर्स का नाम सामने आया था.
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इकनॉमी और गणित के पेपर हुए थे लीक
CBSE की 12वीं की इकनॉमी की परीक्षा 26 मार्च और 10वीं की गणित की परीक्षा 28 मार्च को हुई थी. दोनों ही पेपरों के लीक का मामला सामने आया है. पहली शिकायत 27 मार्च को दर्ज की गई. ऐसे में सीबीएसई की ओर से क्राइम ब्रांच में दो केस दर्ज कराए गए.
पेपर्स के वॉट्सअप पर लीक होने की बात कही गई थी, जांच के लिए दिल्ली पुलिस ने SIT का गठन किया है. मामले में पुलिस के रडॉर पर सोनीपत में CBSE का एक एंप्लाई भी है. बताया जा रहा है कि वह इन दोनों पेपर का कस्टोडियन था.
पॉलिटकल साइंस का पेपर भी लीक होने का दावा
पेपर लीक मामले के व्हिस्लब्लोओर ने दावा किया है सीबीएसई की 12वीं के पॉलिटिकल साइंस का पर्चा भी लीक हुआ है. वह यूट्यूब के जरिये पेपर लीक करने वाले इस शख्स के संपर्क में आया था. व्हीसल ब्लोअर का दावा है कि उसने इस बारे में 17 मार्च को सीबीएसई, पीएम और पुलिस को अलर्ट कर दिया था लेकिन कोई कदम नहीं उठाया गया. उसने कहा कि वह सौ फीसदी निश्चित है कि पॉलिटिकल साइंस का पेपर भी लीक हुआ था.
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