कांग्रेस नेता अधीर रंजन चौधरी ने सोमवार को लोकसभा में पीएम मोदी के खिलाफ टिप्पणी पर सफाई दी है. अधीर रंजन ने अपनी टिप्पणी को गलतफहमी करार दिया है. उन्होंने कहा, "ये गलतफहमी है, अगर प्रधानमंत्री इससे नाराज हैं तो मुझे खेद है. मेरा उन्हें चोट पहुंचाने का कोई इरादा नहीं था. अगर पीएम आहत हैं तो मैं उनसे व्यक्तिगत रूप से माफी मांगूंगा. मेरी हिंदी अच्छी नहीं है, 'नाली' से मेरा मतलब चैनल से है.”
अधीर रंजन ने कहा था- "मैं पीएम मोदी का सम्मान करता हूं. वो एक बार नहीं, दो बार देश के प्रधानमंत्री बने हैं. लेकिन ऐसी तुलना करने पर मजबूर मत करो. कहां मां गंगा और कहां ****."
लोकसभा में अधीर रंजन की पीएम मोदी पर विवादित टिप्पणी के बाद हंगामा मच गया था. रंजन से पहले बीजेपी सांसद प्रताप चंद सारंगी ने लोकसभा में बोल रहे थे. सारंगी ने कहा था कि अटल जी ने इंदिरा की तारीफ की थी तो कांग्रेस को मोदी से क्या परेशानी है? इसके जवाब में अधीर रंजन ने विवादित टिप्पणी कर दी. रंजन की पीएम पर टिप्पणी के बाद हंगामा हुआ और बीजेपी ने इसका भारी विरोध किया. इसके बाद उन्हें सदन से बाहर निकाल दिया गया.
"मोदी ‘बड़े सेल्समैन’, NDA सरकार को अपनी तारीफ सुनने का नशा"
एनडीए सरकार को ‘ऊंची दुकान फीका पकवान’ करार देते हुए अधीर रंजन ने लोकसभा में सोमवार को दावा किया कि प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ‘बड़े सेल्समैन’ हैं. एनडीए सरकार को अपनी प्रशंसा सुनने का नशा है. चौधरी ने ये भी दावा किया मौजूदा सरकार अतीत की कांग्रेस सरकारों की उपलब्धियों को स्वीकार नहीं करना चाहती है.
अधीर रंजन चौधरी ने कहा कि यूपीए सरकार के समय आर्थिक विकास की दर आठ फीसदी से ज्यादा थी, जबकि इस सरकार में विकास दर छह फीसदी से नीचे आ गई और बेरोजगारी भी 45 सालों के सबसे ऊपर पर पहुंच गई है.
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