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ट्रेन और फ्लाइट में सफर के लिए आरोग्य सेतु ऐप करना होगा डाउनलोड?

कोरोना वायरस कॉन्टैक्ट ट्रेसिंग के लिए सरकार लेकर आई आरोग्य सेतु ऐप

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लॉकडाउन में आंशिक छूट देने के बाद, अब सरकार ट्रेन और फ्लाइट्स शुरू करने की तैयारी में है. भारतीय रेलवे 12 मई से पैसेंजर्स ट्रेनें शुरू करने की घोषणा पहले ही कर चुका है. वहीं, अब फ्लाइट्स शुरू होने को लेकर भी खबरें सामने आ रही हैं. मीडिया रिपोर्ट्स के मुताबिक, रेलवे और फ्लाइट में सफर करने वाले पैसेंजर्स को फोन में आरोग्य सेतु ऐप डाउनलोड करना होगा.

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बिजनेस स्टैंडर्ड की खबर के मुताबिक, सरकार ने फ्लाइट में सफर करने वालों को अपने मोबाइल में आरोग्य सेतु ऐप डाउनलोड करने को अनिवार्य करने का प्रस्ताव दिया है. रिपोर्ट के मुताबिक, जिन लोगों का आरोग्य सेतु ऐप 'ग्रीन' नहीं होगा, उन्हें टर्मिनल बिल्डिंग के अंदर जाने की इजाजत नहीं होगी. वहीं, 80 साल से ऊपर के लोगों को बहाली के पहले फेज में सफर की अनुमति नहीं होगी.

अगर ऐसा होता है तो भारत चीन के बाद यात्रा के लिए मोबाइल ऐप अनिवार्य करने वाला पहला देश बन जाएगा.

सिविल एविएशन मिनिस्ट्री की एक कमेटी ने इसका प्रस्ताव दिया है. कमेटी में संयुक्त सचिव के साथ-साथ डीजीसीए, एयरपोर्ट्स अथॉरिटी ऑफ इंडिुया, एटरलाइंस के सीईओ शामिल हैं.

रिपोर्ट में एक एयरलाइंस एग्जीक्यूटिव के हवाले से कहा गया है, "सरकार को पैसेंजर्स को ऐप पर ग्रीन साइन नहीं होने या बुजुर्ग होने पर बोर्डिंग की अनुमति नहीं देने की जिम्मेदारी एयरलाइंस पर नहीं डालनी चाहिए. इससे एयरपोर्ट पर परेशानी पैदा हो सकती है. सीआईएसएफ इसकी जिम्मेदार होगी." सीआईएसएफ ने ही पैसेंजर्स के लिए ऐप को अनिवार्य करने के लिए कहा था.

ट्रेन में सफर करने वालों को भी डाउनलोड करना होगा

कई मीडिया रिपोर्ट्स के मुताबिक, पैसेंजर ट्रेनों में सफर करने वाले यात्रियों को भी ये ऐप डाउनलोड करना होगा. रेलवे ने 12 मई से 15 ट्रेनों के साथ यात्री सेवाएं शुरू करने की योजना बनाई है. ये ट्रेने नई दिल्ली से चलेंगी और इनकी बुकिंग IRCTC के जरिए होगी.

सरकारी कर्मचारियों के लिए अनिवार्य

केंद्र ने इस ऐप को अपने सभी कर्मचारियों के लिए जरूरी बना दिया है. सरकार ने आदेश में कहा है कि सभी कर्मचारियों के लिए मोबाइल फोन में 'आरोग्य सेतु' ऐप डाउनलोड करना अनिवार्य है. केंद्र सरकार के दफ्तरों में काम करने वाले सभी लोगों को दफ्तर जाने से पहले ऐप में अपने स्टेटस की समीक्षा करनी होगी. कर्मचारी काम पर तभी आ सकते हैं, जब स्टेटस 'सेफ' या 'लो रिस्क' हो.

कैसे काम करता है 'आरोग्य सेतु' ऐप?

ये ऐप यूजर के लोकेशन डेटा और ब्लूटूथ से पता लगाएगा कि वो किसी कोरोना वायरस पॉजिटिव शख्स के करीब गया था या नहीं. अगर यूजर किसी मरीज के संपर्क में आया होगा, तो ऐप यूजर का डेटा सरकार के साथ शेयर करेगा. 'आरोग्य सेतु' ऐप में हर राज्य के लिए कोरोना वायरस हेल्पलाइन नंबर की जानकारी मौजूद है. इसके साथ ही ऐप में एक चैटबॉक्स भी है, जिसके जरिए यूजर सवाल पूछ सकते हैं और वायरस के लक्षणों के बारे में पता कर सकते हैं.

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