प्रवर्तन निदेशालय (ईडी) ने मुंबई की एक अदालत में मेहुल चोकसी मामले में एक जवाबी हलफनामा दायर किया है. साथ ही ईडी ने कहा है कि मेहुल चोकसी अपनी सेहत के बारे में झूठी जानकारी देकर कोर्ट को गुमराह कर रहा है. ऐसे में ईडी ने एयर एंबुलेंस के जरिए चोकसी को भारत वापस लाने की भी इच्छा जाहिर की है.
पूछताछ से बचता रहा चोकसी
जवाबी हलफनामे में ईडी ने कहा है कि मेहुल चोकसी को जांच में शामिल होने के कई मौके दिए गए थे, लेकिन उसने जांच में सहयोग नहीं किया और पूछताछ से टालमटोल करता रहा. साथ ही ईडी ने कहा कि मेहुल चोकसी का दावा है कि उसकी 6129 करोड़ रुपये की संपत्ति जब्त की गई है, जबकि यह गलत आरोप है, क्योंकि जांच के दौरान ईडी ने चोकसी की 2100 करोड़ रुपये की संपत्ति जब्त की है.
ED ने कहा- गुमराह कर रहा है चोकसी
प्रवर्तन निदेशालय ने अपने हलफनामे में कहा है, 'खराब सेहत और इलाज को लेकर चोकसी ने अपने हलफनामे में जो बातें कही हैं, वो साफ तौर पर कानूनी कार्यवाही में देरी करने के लिए और अदालत को गुमराह करने के लिए हैं."
ईडी ने अदालत को सूचित किया कि वह मेहुल चोकसी को एंटीगुआ से भारत लाने और उसे भारत में सभी जरूरी इलाज मुहैया करने के लिए मेडिकल विशेषज्ञों के साथ एक एयर एंबुलेंस भेजने के लिए तैयार है.
'जांच में मदद करने का इच्छुक हूं'
चोकसी ने सोमवार को बॉम्बे हाई कोर्ट में अपनी बीमारी की जानकारी के साथ एक हलफनामा दायर कर कहा था कि वह देश से भागा नहीं है, बल्कि अपना इलाज कराने के लिए विदेश में है. चोकसी ने हलफनामे में कहा, 'मैं फिलहाल एंटीगुआ में रह रहा हूं और जांच में मदद करने का इच्छुक हूं. अगर कोर्ट को उचित लगे तो वह जांच अधिकारी को एंटीगुआ भेजने का निर्देश दे सकता है'
भगोड़ा और एक फरार घोषित
प्रवर्तन निदेशालय ने अपने हलफनामे में कहा, "मेहुल चोकसी ने कभी भी जांच में सहयोग नहीं किया. उनके खिलाफ गैर जमानती वारंट जारी किया गया था. इंटरपोल की ओर से एक रेड कॉर्नर नोटिस जारी किया गया था. उन्होंने भारत लौटने से इनकार कर दिया है, इसलिए वह एक हैं भगोड़ा और एक फरार मुजरिम है.”
बता दें कि पंजाब नेशनल बैंक घोटाले के आरोपी मेहुल चोकसी को भारत लाने की कोशिशें हो रही है. चोकसी और उसका भांजा नीरव मोदी दोनों पीएनबी के साथ 13,400 करोड़ रुपये की कथित धोखाधड़ी मामले में ईडी और सीबीआई के लिए वॉन्टेड हैं.
(इनपुट: ANI)
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