गुजरात के गांधीनगर जिले में शनिवार, 6 नवंबर को एक दवा फैक्ट्री में भूमिगत टैंक की सफाई के दौरान जहरीली गैस की चपेट में आने से पांच मजदूरों की मौत हो गई.
गांधीनगर के मुख्य अग्निशमन अधिकारी महेश मोद ने समाचार एजेंसी पीटीआई को बताया कि घटना कलोल तालुका में दवा फैक्ट्री के एक अपशिष्ट ट्रीटमेंट प्लांट में दोपहर में हुई.
"चूंकि आज संयंत्र बंद था, प्रबंधन ने टैंक को साफ करने का फैसला किया था, जो ट्रीटमेंट के लिए भेजे जाने से पहले कारखाने के तरल कचरे को स्टोर करता है. हालांकि टैंक में शायद ही कोई तरल कचरा था, मजदूर इसके अंदर जहरीले गैस की उपस्थिति से अनजान थे."
मजदूर को बचाने उतरे 4 और मजदूर
उन्होंने कहा कि एक कर्मचारी टैंक के अंदर बेहोश हो गया, जिसके बाद चार अन्य उसे बचाने के लिए एक के बाद एक अंदर घुस गए और अंत में जहरीले गैस के कारण उनकी मौत हो गई.
अधिकारी ने कहा कि कारखाने के मालिकों ने श्रमिकों को कोई सुरक्षा उपकरण या मास्क उपलब्ध नहीं कराया था.
एक के बाद एक, सभी पांच कर्मचारी जहरीली गैस में घुसने के बाद अंदर गए और बेहोश हो गए, जो आमतौर पर उन टैंकों में पाई जाती है जिसमें अपशिष्ट होता है. घटना के बारे में जानने पर गांधीनगर फायर ब्रिगेड मौके पर पहुंची और उन लोगों को बाहर निकाला.
उन्होंने बताया कि मृतकों की पहचान विनय, शाही, देवेंद्र कुमार, आशीष कुमार और रंजन कुमार के रूप में हुई है, जिनकी उम्र 30 से 35 वर्ष के बीच है.
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