हैदराबाद में वेटरनरी डॉक्टर के साथ रेप और मर्डर के चारों आरोपी एनकाउंटर में मारे जा चुके हैं. पुलिस ने दावा किया है कि घटनास्थल पर ही आरोपियों ने भागने की कोशिश की, जिसके बाद क्रॉस फायरिंग में चारों मारे गए. इस एनकाउंटर के बाद लोगों ने जश्न मनाना शुरू कर दिया है. लोगों ने घटनास्थल पर पहुंचकर पुलिस की गाड़ियों पर फूल बरसाए, हैदराबाद में कुछ कॉलेज की लड़कियों ने इसका जश्न मनाया. वहीं कुछ लोगों ने इस एनकाउंटर पर सवाल भी खड़े किए हैं. उन्होंने कहा कि सजा कानून और न्यायपालिका के तहत मिलनी चाहिए.
आरोपियों का एनकाउंटर ठीक उसी अंडरपास के नीचे हुआ, जहां पर सर्वाइवर का शव बरामद हुआ था. एनकाउंटर की सूचना मिलते ही भारी संख्या में लोग वहां पहुंच गए. कई लोगों ने फ्लाईओवर पर चढ़कर नीचे खड़ी पुलिस की गाड़ियों और पुलिसकर्मियों पर फूल बरसाने शुरू कर दिए.
लड़कियों ने मनाया जश्न
पुलिस पर फूल बरसाने के अलावा हैदराबाद शहर में कॉलेज की कुछ लड़कियां एनकाउंटर पर अपनी खुशी जाहिर करती दिखीं. बस में सवार कुछ लड़कियों को पुलिस के समर्थन में हूटिंग करते देखा गया. इसके अलावा कई लोग मौके पर पहुंचकर पुलिस जिंदाबाद के नारे लगाते दिखे. इसके अलावा साइबराबाद के पुलिस कमिश्नर के समर्थन में भी खूब नारेबाजी हुई. कुछ लोगों ने इस मौके पर आतिशबाजी भी करनी शुरू कर दी.
कई बड़ी हस्तियों ने भी किया समर्थन
आम लोगों के अलावा कुछ बड़ी हस्तियों ने भी इस पुलिस एनकाउंटर का समर्थन किया है और पुलिस को सेल्यूट किया है. नेशनल बैडमिंटन प्लेयर साइना नेहवाल ने इस एनकाउंटर के बाद एक ट्वीट किया है. जिसमें उन्होंने हैदराबाद पुलिस को सैल्यूट किया. उन्होंने लिखा- "ग्रेट वर्क हैदराबाद पुलिस, हम आपको सेल्यूट करते हैं."
बीजेपी सांसद राज्यवर्धन सिंह राठौड़ ने भी इस एनकाउंटर पर पुलिस को बधाई दी. उन्होंने ट्विटर पर लिखा, ''मैं हैदराबाद पुलिस और उस नेतृत्व को बधाई देता हूं, जिसने पुलिस को ऐसा करने की अनुमति दी.'' हालांकि राठौर ने अपने ट्वीट के साथ डिस्क्लेमर भी दिया है. उन्होंने लिखा कि पुलिस ने आत्मरक्षा में तेजी से कार्रवाई की.
कुछ लोगों ने उठाए सवाल
कांग्रेस नेता शशि थरूर ने भी इस एनकाउंटर पर ट्वीट किया. उन्होंने कहा कि अपराधियों के पास हथियार थे इसलिए इसे फायरिंग करने का कारण बता सकती है. लेकिन जब तक पूरी जानकारी सामने नहीं आती है हम निंदा नहीं कर सकते हैं. लेकिन कानूनों वाले समाज में बिना न्यायिक जांच के मार दिया जाना स्वीकार नहीं किया जा सकता है.
मेनका गांधी बोलीं- आप किसी को मार नहीं सकते
बीजेपी सांसद मेनका गांधी ने इस एनकाउंटर को गलत बताया है. उन्होंने कहा-
“उन्हें इस जघन्य अपराध के लिए फांसी की सजा मिलनी चाहिए थी. लेकिन आप बंदूक उठाकर किसी को इसलिए नहीं मार सकते हैं क्योंकि आप चाहते हैं. उन्हें कानून के तहत ही सजा मिलनी चाहिए. क्योंकि कानून का प्रोसेस काफी धीमा है तो आप किसी को मार नहीं सकते हैं. जो भी हुआ है वो काफी खतरनाक है.”मेनका गांधी, बीजेपी सांसद
आकाश चोपड़ा ने भी पुलिस के इस एनकाउंटर पर सवाल खड़े किए. चोपड़ा ने कहा- “उन्हें ट्रेनिंग दी जाती है कि किसी आदमी को नहीं मारा जाए. वो पुलिस कस्टडी में बिना हथियार के थे. क्या ऐसा कभी आसाराम या फिर राम रहीम के साथ हुआ है? वो भी रेप के आरोपी हैं. और हां मैं ऐसे जघन्य अपराध करने वालों को कड़ी सजा चाहता हूं, लेकिन कानून के तहत.”
जर्नलिस्ट फाये डिसूजा ने भी ट्विटर पर इस एनकाउंटर की आलोचना की. उन्होंने कहा- "यह न्याय नहीं है. पुलिस ने कानून तोड़ा है. यह काफी खतरनाक है. न्यायिक प्रणाली किसी कारण से बनाई गई है."
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