चुनाव शुरू होते ही राजनीतिक दलों के भीतर एक अलग ही हलचल शुरू हो जाती है. वोटिंग के बाद यह हलचल काफी दिलचस्प भी होने लगती है. क्योंकि इस दौरान पार्टी को विधायकों की खरीद-फरोख्त का डर बना रहता है. अब छत्तीसगढ़ में भी एक ऐसा ही दिलचस्प वाकया सामने आया है.
जोड़-तोड़ से बचने की कवायद
बताया जा रहा है कि कांग्रेस ने अपने विधायकों को सेफ रखने के लिए पहले ही ब्लू प्रिंट तैयार कर लिया है. चुनाव परिणाम से कुछ ही दिनों पहले सभी को विरोधी दलों के साये से भी दूर रखने की कोशिश हो रही है. कांग्रेस ने अपने सभी विधायकों को चुनाव परिणाम के ठीक बाद एक ही जगह पर रखने का फैसला लिया है.
कांग्रेस का कहना है कि छत्तीसगढ़ में पार्टी को बहुमत मिल रहा है. ऐसे में विपक्षी पार्टियां उनके विधायकों पर नजर डाल सकती हैं. जिससे उनके चुनावी खेल में बाधा आ सकती है. इसी को देखते हुए पार्टी में चिंता बढ़ चुकी है.
राहुल को मिली गुड फीडबैक
कांग्रेस अध्यक्ष राहुल गांधी की मौजूदगी में एक बैठक आयोजित हुई, जिसमें राज्यों के चुनावी समीकरण सेट करने वाले नेता भी शामिल रहे. रिपोर्ट्स के मुताबिक इसमें राहुल गांधी को गुड फीडबैक मिली है. उन्हें बताया गया है कि राज्य में कांग्रेस इस बार कुछ अलग करने वाली है. लेकिन राहुल ने अभी पार्टी को किसी भी तरह का जश्न मनाने से सख्त मना किया है.
सत्ता का सपना कहीं टूट ना जाए
छत्तीसगढ़ की सत्ता में काबिज होने का सपना देख रही कांग्रेस को इसके टूटने का डर सता रहा है. इस बैठक में पार्टी के रणनीतिकारों को सख्त हिदायत दी गई है कि रिजल्ट आते ही विधायकों को एकजुट रखें. अगर नतीजे कुछ ऐसे आते हैं जिसमें दो-चार सीटों से गेम चेंज हो सकता हो, तो विधायकों को एक जगह पर इकट्ठा कर रखा जाए.
बता दें कि छत्तीसगढ़ विधानसभा के लिए वोटिंग हो चुकी हैं. लोगों ने अपना फैसला वोट के जरिए ईवीएम में बंद कर दिया है. अब सभी को 11 दिसंबर का इंतजार है जब चुनाव का परिणाम आएगा. ऐसे में सभी राजनीतिक पार्टियां हर पहलू पर सोचकर रणनीति बना रही हैं.
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