मंहगाई दर में एक बार फिर उछाल देखने को मिला है. ताजा जारी आंकड़ों के मुताबिक मंहगाई दर तीन महीने के उच्चतम स्तर तक पहुंच चुकी है. फरवरी माह में खुदरा मंहगाई दर बढ़कर 2.57 फीसदी हो चुकी है. इससे पहले जनवरी में यह दर 1.97 फीसदी थी. इस जारी डेटा में इंडस्ट्रियल प्रोडक्शन को भी झटका लगा है. इसकी ग्रोथ घटकर 1.7 फीसदी रह गई. इससे ठीक एक साल पहले की बात करें तो आईआईपी ग्रोथ 7.5 फीसदी रही थी.
क्या कहते हैं आंकड़े
सरकार की तरफ से जारी किए गए इस आंकड़े के मुताबिक अप्रैल 2018 से लेकर जनवरी 2019 तक आईआईपी ग्रोथ 4.4 फीसदी थी. इसके अलावा अगर पिछले साल की बात करें तो इसी अवधि में यह 4.1 फीसदी थी. केंद्रीय सांख्यिकी कार्यालय के आंकड़े के अनुसार, सीएफपीआई में जनवरी में 2.24 प्रतिशत की गिरावट दर्ज की गई.
इंडस्ट्रियल ग्रोथ में गिरावट
देश का इंडस्ट्रियल प्रोडक्शन दर जनवरी 2019 में पिछले साल की समान अवधि के 7.5 फीसदी से घटकर 1.7 फीसदी हो गई. आधिकारिक आंकड़े में मंगलवार को कहा गया है कि माह-दर-माह आधार पर भी इंडस्ट्रियल प्रोडक्शन इंडेक्स आईआईपी समीक्षाधीन माह के दौरान दिसंबर 2018 की तुलना में घट गया. दिसंबर में यह 2.60 फीसदी था. केंद्रीय सांख्यिकी कार्यालय सीएसओ ने मंगलवार को एक बयान में कहा, "अप्रैल-जनवरी 2018-19 का सकल वृद्धि दर पिछले साल की समान अवधि के दौरान 4.4 फीसदी रही.'
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