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अजित पवार के खिलाफ चल रहे कितने केस, BJP ने की थी कैसी बयानबाजियां

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एनसीपी नेता अजित पवार बीजेपी के साथ हाथ मिलाकर महाराष्ट्र के नए-नवेले उप मुख्यमंत्री बन गए हैं. वो महाराष्ट्र के दूसरी बार उप मुख्यमंत्री बने हैं. दिलचस्प बात है कि अजित पवार सैकड़ों करोड़ के सिंचाई घोटाले में आरोपी हैं और बीजेपी इस मुद्दे पर उनको कई बार घेरती रही है. बीजेपी जब महाराष्ट्र में विपक्ष में थी तब से ही अजित पवार को घेरती रही है. साथ ही MSCB घोटाला मामले में भी एनफोर्समेंट डायरेक्ट्रेट ने NCP नेता शरद पवार और अजित पवार समेत 70 अन्य लोगों के खिलाफ मनी लॉन्ड्रिंग का केस दर्ज किया था.

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अब जब अजित पवार ने ही बीजेपी के साथ मिलकर सरकार बना ली है तो दोनों के संबंधों पर सवाल उठ रहे हैं. बीजेपी शिवसेना नेता संजय राउत ने कहा-

अजीत पवार को ईडी की जांच का डर लग रहा होगा. अजीत पवार कल रात हमारी बैठक में मौजूद थे. फडणवीस हमेशा कहते थे ‘अजीत पवार को जेल में डालेंगे’. अब क्या हुआ.

सिंचाई घोटाला पर घिरे हैं अजित

महाराष्ट्र में राजनेताओें, नौकरशाहों और कॉन्ट्रैक्टर्स की मिलीभगत ने 1999 से 2009 के बीच कथित तौर पर 70 हजार करोड़ रुपये का सिंचाई घोटाला किया. इसी घोटाले में अजित पवार का नाम आया है. कई बार बीजेपी नेताओं ने अजित पवार पर इस घोटाले में आरोप भी लगाया.

28 नवंबर 2018 को महाराष्ट्र एंटी करप्शन ब्यूरो (ACB) ने पूर्व उप मुख्यमंत्री और एनसीपी नेता अजित पवार को 70 हजार करोड़ के कथित सिंचाई घोटाले में आरोपी ठहराया था. अजित पवार एनसीपी के उन मंत्रियों में शामिल रहे, जिनके पास महाराष्ट्र में 1999 से 2014 के दौरान कांग्रेस-राकांपा गठबंधन सरकार में सिंचाई विभाग का प्रभार था. हाईकोर्ट में अभी भी इस मामले की जांच चल रही है.

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MSCB घोटाला में ED ने दर्ज किया था केस

महाराष्ट्र स्टेट को-ऑपरेटिव बैंक घोटाले में ईडी (ED) ने 24 सितंबर 2019 को अजित पवार सहित अन्य 70 के खिलाफ पर मनी लॉन्ड्रिंग का केस दर्ज किया था. ईडी ने महाराष्ट्र स्टेट को-ऑपरेटिव बैंक से जुड़े हुए 70 लोगों को भी अपनी एफआईआर में आरोपी बनाया है. ये घोटाला करीब 25 हजार करोड़ रुपये का है. कथित तौर पर चीनी मिल को कम दरों पर कर्ज दिया गया था और डिफॉल्टर की संपत्तियों को सस्ते में बेच दिया था. आरोप है कि संपत्तियों को बेचने, सस्ते लोन देने और उनका रीपेमेंट नहीं होने से बैंक को 2007 से 2011 के बीच 1,000 करोड़ रुपये का नुकसान हुआ था. अजित पवार उस समय बैंक के डायरेक्टर थे.

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अजित पवार ने पीएमसी बैंक मामले में BJP को लपेटा था

महाराष्ट्र स्टेट को-ऑपरेटिव बैंक घोटाले में नाम आने के बाद NCP नेता अजित पवार ने पलटवार किया था. उन्होंने पूछा है कि RBI ने जिस पीएमसी बैंक पर पाबंदी लगाई है, उसके बोर्ड ऑफ डायरेक्टर में कौन-कौन से लोगों के नाम हैं. उन्होंने नाम न लेते हुए पीएमसी बैंक में हुई अनियमितता का ठीकरा बीजेपी नेताओं पर फोड़ा है.

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