महाराष्ट्र के पुणे शहर और जिले के अलग-अलग हिस्सों में तेज बारिश के बाद बाढ़ और दीवार गिरने की घटनाओं में कम से कम 17 लोगों की मौत हो गई. न्यूज एजेंसी PTI के मुताबिक, पुणे शहर और जिले के अन्य हिस्सों से छतों और पेड़ों पर फंसे करीब 16,000 लोगों को रेस्क्यू किया गया है. चार लोग लापता बताए जा रहे हैं.
भारी बारिश की वजह से स्कूल-कॉलेज बंद
महाराष्ट्र के पुणे में भारी बारिश ने तबाही मचाई हुई है. लगातार कई घंटों तक हुई बारिश के चलते मराहाष्ट्र के पुणे शहर में गुरुवार को स्कूल कॉलेज बंद रखने का फैसला किया गया है. कुल पांच तहसील क्षेत्रों में स्कूल-कॉलेज बंद किए गए हैं.
कार में मिली लाश
पुणे में भारी बारिश का कहर कुछ इस तरह टूटा है कि कई लोग अपनी गाड़ियों सहित इसकी चपेट में आ गए. एनडीआरएफ की टीम ने पुणे में एक कार से बाढ़ की चपेट में आए एक शख्स की लाश को निकाला. ये कार तेज बहाव के चलते बहकर काफी दूर तक चली गई थी. जिसके बाद एनडीआरफ की टीम ने सिंहगढ़ मार्ग पर पहुंचकर कार चालक की बॉडी को बाहर निकाला.
एक बार फिर भारी बारिश और बाढ़ जैसे हालात बनने पर एनडीआरएफ की कई टीमें पुणे में तैनात कर दी गई हैं. प्रभावित इलाकों में एनडीआरएफ लगातार बचाव कार्य में जुटी है. सबसे पहले कोशिश की जा रही है कि जो लोग बाढ़ में फंसे हैं उन्हें सुरक्षित जगहों पर पहुंचाया जाए. वहीं बाढ़ की चपेट में आने वाले लोगों को ढूंढने के लिए सर्च ऑपरेशन भी चलाए जा रहे हैं.
महाराष्ट्र के सीएम देवेंद्र फडणवीस ने भारी बारिश से हुए नुकसान और मौतों पर दुख जताया. उन्होंने कहा- ‘पुणे में भारी बारिश से जान गंवाने वाले लोगों के बारे में जानकर दुख हुआ. उनके परिवारों के प्रति मैं गहरा शोक व्यक्त करता हूं. राज्य सरकार लगातार हालत पर नजर बनाए हुए है.’
महाराष्ट्र में पिछले कई दिनों से बाढ़ जैसे हालात बने हुए हैं. भारी बारिश के चलते पिछले एक से डेढ़ महीने में यहां कई जिले अब तक बाढ़ की चपेट में आ चुके हैं. जिसके चलते कई लोगों को अपनी जान भी गंवानी पड़ी है. हर बार हालात ठीक होते ही एक बार फिर भारी बारिश के चलते लोगों को परेशानी झेलनी पड़ रही है. जलभराव के कारण हजारों लोगों को अपने घर छोड़कर जाना पड़ रहा है.
(इनपुटः PTI)
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