किन देशों में सबसे ज्यादा जाम लगता है और कहां सबसे कम? यूनाइटेड किंगडम की कंपनी सेलेक्ट कार लीज ने सबसे ज्यादा GDP वाले 50 देशों में ट्रैफिक जाम की हालत पता करने की कोशिश की. ऐसा लगता है कि पेट्रोल के बढ़ते दाम और ट्रैफिक जाम...भारत के अलावा भी कई देशों का दर्द है.
कंपनी ने उन देशों के कुल रोड नेटवर्क की लंबाई और कुल रजिस्टर्ड गाड़ियों की संख्या के अनुपात से पता लगाया कि एक मील में कितनी गाड़ियां सडकों पर मौजूद है.
भारत की इसमें क्या स्थिति है ये आपको बताएंगे लेकिन उससे पहले देखते हैं दुनिया के किन देशों में हालात सबसे बेहतर और सबसे खराब हैं.
UAE की सडकों पर दुनिया में सबसे ज्यादा ट्रैफिक जाम
रिपोर्ट के मुताबिक यूनाइटेड अरब एमिरेट्स यानी UAE की सडकों पर दुनिया में सबसे ज्यादा ट्रैफिक जाम लगता है. UAE में कुल 34 लाख गाड़ियां रजिस्टर्ड हैं लेकिन इसके अनुपात में सड़कों की लंबाई सिर्फ 4,000 मील हैं. नतीजा ये कि इस देश में प्रति मील 850 गाड़ियां सड़कों पर होती हैं. यहां एक साल में 406 घंटे ट्राफिक जाम में बर्बाद हो जाते हैं.
दूसरे नंबर पर है ताइवान, यहां करीब 2 करोड़ 19 लाख गाड़ियां रजिस्टर्ड हैं और सड़कें 43 हजार मील है.
यहां सडकों पर गाड़ियों का प्रति मील औसत 509 है. लोग एक साल में 243 घंटे यहां ट्रैफिक जाम में बर्बाद कर देते हैं.
तीसरे नंबर पर आता है तुर्की जहां कुल रजिस्टर्ड गाड़ियां दो करोड़ नौ लाख दस हजार है और सड़कों की लंबाई 42 हजार मील है. यहां की सड़कों पर गाड़ियों का रेशियो 498 है और लोग 1 साल में 238 घंटे यहां ट्रैफिक जाम में बिता देते हैं.
चौथे नंबर पर है हांगकांग जहां कुल गाड़ियां सिर्फ 8 लाख 79 हजार हैं और सड़कों की लंबाई सिर्फ 2000 मील. यहां प्रति मील सड़क पर गाड़ियों का अनुपात 440 है और लोग 1 दिन में 210 घंटे ट्रैफिक जाम में बर्बाद कर देते हैं.
इस लिस्ट में पांचवें नंबर पर साउथ कोरिया है जहां प्रति मील 393 गाड़ियां रजिस्टर्ड हैं और लगभग 188 घंटे ट्रैफिक जाम में बर्बाद होते हैं.
अब बात करते हैं उस देश की जहां ट्रैफिक जाम सबसे कम लगता है. ये देश कोई और नहीं बल्कि भारत का पड़ोसी बांग्लादेश है. बांग्लादेश में कुल 3 लाख 78 हजार गाड़ियां रजिस्टर्ड हैं और सड़कों की लंबाई भी कुल 3 लाख 69 हजार मील है. यहां औसतन 1 मील सड़क पर एक गाड़ी है.
अब देखते हैं इसमें भारत की स्थिति क्या है.
इस लिस्ट में भारत का नंबर अठारहवां है. इसमें भारत से ऊपर रोमानिया है और नीचे नीदरलैंड. यहां कुल रजिस्टर्ड गाड़ियां 29 करोड़ 60 लाख है और लड़कों की कुल लंबाई 29 लाख 20 हजार मील है. भारत में 1 मील में 101 गाड़ियों का अनुपात है. यहां सबसे ज्यादा ट्रैफिक जाम दिल्ली, मुंबई और बेंगलुरु में लगता है. टॉमटॉम की 2020 की रिपोर्ट के अनुसार बेंगलुरु दुनिया का सबसे ज्यादा ट्रैफिक कंजेशन वाला शहर है, जहां सडकों पर लगभग 71% कंजेशन है.
उबर की स्टडी के अनुसार भारत को हर साल ट्रैफिक जाम की वजह से लगभग डेढ़ लाख करोड़ रुपए का नुकसान उठाना पड़ता है.
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