महाराष्ट्र के गड़चिरोली जिले में नक्सलियों के बारुदी सुरंग विस्फोट में 15 कमांडो शहीद हो गए और एक नागरिक की मौत हो गई. इस घटना के कुछ घंटे पहले संदिग्ध नक्सलियों ने गड़चिरोली के ही कुरखेड़ा के दादरपुर गांव में कम से कम 36 सड़क निर्माण गाड़ियों और एक सड़क निर्माण कांट्रेक्टर के दो ऑफिसों को जला दिया. नक्सलियों ने कुरखेड़ा तहसील में ऐसे समय विस्फोट किया है जब राज्य अपना स्थापना दिवस मना रहा है.
आधिकारिक सूत्रों के मुताबिक, महाराष्ट्र पुलिस के प्रतिष्ठित सी-60 बल के कमांडो ऐसी जगह जा रहे थे, जहां नक्सली गतिविधियों की रिपोर्ट मिली थी. सूत्रों के मुताबिक, सी-60 बल को रास्ते में जंगल क्षेत्र के सुनसान सड़क पर गिरे हुए पेड़ मिले. जब वे सड़क से पेड़ हटाने के लिए उतरे, विस्फोट हो गया और कमांडों घटनास्थल पर ही शहीद हो गए. सी-60 क्विक रिस्पॉन्स फोर्स है.
महाराष्ट्र पुलिस के डीजीपी ने क्या कहा?
महाराष्ट्र पुलिस के महानिदेशक सुबोध जायसवाल ने कहा कि 15 कर्मियों को ले जा रहा एक सुरक्षा वाहन बारुदी सुरंग विस्फोट की चपेट में आ गया और इसके साथ ही एक निजी वाहन भी इसकी जद में आ गया. उन्होंने मुंबई में एक प्रेस कॉन्फ्रेंस कहा, "सबसे दुखद ये है कि हमने अपने 15 जवानों को खो दिया. जो भी किया जाना चाहिए, वो किया जाएगा."
सुबोध जायसवाल ने कहा कि हमले से बलों के नक्सलियों के विरुद्ध अभियान में कोई फर्क नहीं पड़ेगा और इसके साथ ही उन्होंने इसका मुहंतोड़ जवाब देने की बात कही है. जायसवाल ने कहा, "हमारे पास इसे संभालने की क्षमता है. हमारा प्रयास ये सुनिश्चित करने का है कि भविष्य में इस प्रकार का कुछ ना हो."
महाराष्ट्र दिवस के दिन बड़ा हमला
महाराष्ट्र के वित्त मंत्री सुधीर मुनगंटीवार ने मीडिया से कहा कि ये एक 'भीषण हादसा' है और ये उस दिन हुआ है जब पूरा राज्य महाराष्ट्र दिवस मना रहा है.
मुनगंटीवार ने कहा कि नक्सली गढ़चिरौली-चिमुर लोकसभा सीट पर भारी संख्या में लोगों के मतदान करने से गुस्से में थे और इसलिए उन्होंने इस तरह की घटना को अंजाम दिया है.
मुख्यमंत्री देवेंद्र फडणवीस ने हमले पर शोक जताया और सुरक्षा स्थिति के बारे में केंद्रीय गृह मंत्री राजनाथ सिंह से चर्चा की.
फडणवीस ने कहा, "ये जानकार दुखी हूं कि हमारे 16 पुलिसकर्मी आज नक्सलियों के कायराना हमले में शहीद हो गए. मैं डीजीपी और गढ़चिरौली के एसपी के संपर्क में हूं."
शिवसेना और विपक्षी पार्टियों समेत सभी पार्टियों ने इस घटना की निंदा की है.
इससे पहले 13 मार्च, 2018 को छत्तीसगढ़ के सुकमा में हुए हमले में 9 CRPF जवान शहीद हो गए थे. जानते हैं सुरक्षाबलों पर साल 2007 के बाद से अबतक हुए बड़े नक्सली हमलों के बारे में.
साल 2007 के बाद से अबतक हुए बड़े नक्सली हमले
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