आईएसआईएस के मॉड्यूल के पर्दाफाश के लिए नेशनल इनवेस्टिगेशन एजेंसी यानी एनआईए सोमवार आधी रात से फिर छापेमारी कर रही है. मंगलवार को भी इन छापों के जारी रहने की खबर है . यह छापेमारी उन दो संदिग्ध लोगों के ठिकानों पर की गई जिन्हें पिछले सप्ताह हुई छापेमारी में गिरफ्तार किया गया था.
आईएसआईए के स्थानीय मॉड्यूल हर्ब ए इस्लाम का भंडाफोड़ करने के लिए एनआईए ने 30 दिसंबर की रात भी अमरोहा से दस संदिग्धों को गिरफ्तार किया था. यह कार्रवाई पिछले साल एजेंसी की ओर से 26 दिसंबर को एटीएस के साथ ज्वाइंट ऑपरेशन में हुई थी. 26 दिसंबर को हुई छापेमारी के बाद से ही एजेंसियां गिरफ्तार संदिग्धों से पूछताछ कर रही थीं. इनसे मिली सूचना पर ही छापेमारी हो रही है.
पिछले सप्ताह, अमरोहा, लखनऊ, मेरठ और हापुड़ में लगभग 17 जगहों पर छापेमारी की गई थी. इस कार्रवाई दस संदिग्ध लोगों को हिरासत में लिया गया था. इस मॉड्यूल के कथित सरगना मुफ्ती मोहम्मद सोहैल को भी हिरासत में लिया गया था. कहा जा रहा है कि दिल्ली और राष्ट्रीय राजधानी क्षेत्र में वीवीआईपी और भीड़ भरे स्थानों को निशाना बनाने के लिए ये साजिश रच रहे थे.
क्या है एनआईए का दावा?
एनआईए की टीम ने बुधवार को जिस मॉड्यूल के संबंध में छापेमारी की, उसका नाम 'हरकत-उल-हर्ब-ए-इस्लाम' बताया गया है. एनआईए के आईजी आलोक मित्तल ने कहा, ''मॉड्यूल की तैयारी के स्तर से लगता है कि निकट भविष्य में इसका इरादा रिमोट कंट्रोल वाले और फिदायीन हमले करने का था. यह आईसी से प्रभावित नया मॉड्यूल है, जो विदेशी एजेंट के संपर्क में था.''
एनआई ने मुताबिक, छापेमारी के दौरान 7.5 लाख रुपये की नकदी, करीब 100 मोबाइल फोन, 135 सिम कार्ड और कई लैपटॉप बरामद हुए. इसके अलावा एक देशी रॉकेट लॉन्चर सहित भारी मात्रा में विस्फोटक सामग्री, हथियार और गोला-बारूद बरामद होने की भी बात कही गई.
क्या है आरोपियों के वकील का दावा?
एनआईए छापेमारी मामले में आरोपियों के वकील ने कई गंभीर सवाल उठाए हैं. आरोपियों के वकील का दावा है कि एनआईए जिसे रॉकेट लॉन्चर बता रही है, वो ट्रैक्टर का पावर नोजल है और जिसे विस्फोटक बताया जा रहा है वो दिवाली पर चलाने वाले सुतली बम हैं.
बता दें, राष्ट्रीय जांच एजेंसी (एनआईए) ने बुधवार को दिल्ली और उत्तर प्रदेश में 17 जगहों पर छापेमार कर दस आरोपियों को गिरफ्तार किया था. एनआईए का दावा है, कि गिरफ्तार किए गए आरोपी आतंकी संगठन आईएस से प्रभावित एक आतंकी मॉड्यूल ऑपरेट कर रहे थे. जांच एजेंसी के मुताबिक, ये सभी आरोपी आतंकी घटना को अंजाम देने की साजिश रच रहे थे.
आरोपियों के वकील ने कहा, ''वे (आरोपी) स्टूडेंट हैं. एनआई ने जो बरामद किया है, उसमें ट्रैक्टर का पावर नोजल भी है, जिसे उन्होंने रॉकेट लॉन्चर बताया है. जिसे वो विस्फोटक सामग्री बता रहे हैं, वो वास्तव में दिवाली पर चलाए जाने वाले सुतली बम हैं''
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