कोरोना वायरस (COVID-19) से जूझ रहे केरल में अब निपाह वायरस (Nipah Virus) ने भी दस्तक दे दी है. 5 सितंबर को केरल में 12 साल के एक बच्चे की निपाह वायरस से मौत हो गई, जिसके बाद सरकार अलर्ट पर है.
बच्चे के संपर्क में आए दो स्वास्थ्यकर्मियों में संक्रमण के लक्षण दिखने पर उन्हें क्वॉरन्टीन कर दिया गया है. राज्य ने 158 लोगों की भी पहचान की है जो बच्चे के संपर्क में आए हैं, जिनमें से कम से कम 20 प्राइमरी कॉन्टैक्ट हैं.
निपाह वायरस के लक्षण क्या हैं? कोई अपनी सुरक्षा कैसे कर सकता है? जानिए.
क्या है निपाह वायरस?
विश्व स्वास्थ्य संगठन (WHO) के मुताबिक, निपाह वायरस एक संक्रामक बीमारी है, जिससे इंसान और जानवर दोनों बुरी तरह से बीमार हो सकते हैं.
सबसे पहले 1998 में मलेशिया के एक गांव 'सांगुई निपाह' में इस वायरस का पता चला और ये नाम इसे वहीं से मिला. इस बीमारी के चपेट में आने की पहली घटना तब हुई, जब मलेशिया के खेतों में सूअर, फ्रूट बैट (चमगादड़ की एक प्रजाति) के संपर्क में आए. निपाह वायरस (NiV) प्राकृतिक रूप से टेरोपस जीनस के फ्रूट बैट में पाया जाता है.
निपाह वायरस कैसे फैलता है?
निपाह वायरस चमगादड़ों, सूअरों या दूसरे संक्रमित लोगों से फैलता है - जिसका मतलब है कि ये कम्युनिकेबल है.
इसके लक्षण क्या हैं?
WHO के मुताबिक, निपाह वायरस के लक्षण हैं:
बुखार
सिरदर्द
थकान
मेंटल कंफ्यूजन
उल्टी
एक्यूट रेसपिरेटरी इंफेक्शन (हल्के से लेकर गंभीर)
गंभीर मामलों में एन्सेफलाइटिस या दौरे भी पड़ सकते हैं, और 24-48 घंटों में कोमा में जा सकते हैं.
क्या ये घातक है?
WHO के मुताबिक, निपाह वायरस में मृत्यु दर 40 से 75 प्रतिशत के बीच दर्ज की गई है.
खुद को निपाह वायरस से कैसे बचाएं?
साफ-सफाई का खास ख्याल रखें.
समय-समय पर अपने हाथ धोते रहें.
अगर आप संक्रमित क्षेत्र में हैं तो नाक और मुंह को मास्क से कवर करें.
कच्चे खजूर के रस के सेवन से बचें.
संक्रमण के सोर्स की पहचान होने तक संक्रमित क्षेत्र में फल खाने से बचें.
जब तक संक्रमण कम नहीं हो जाता, तब तक ऐसे इलाके में जाने से बचें.
निपाह से संक्रमित किसी भी व्यक्ति के खून या बॉडी फ्लूड्स के संपर्क में आने से बचें.
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