निर्भया गैंगरेप केस के चारों आरोपियों को अब तक फांसी की तारीख नहीं मिली है. दो बार डेथ वारंट जारी होने के बाद भी चारों फांसी के फंदे से दूर हैं. एक बार फिर सुप्रीम कोर्ट ने मामले की सुनवाई एक दिन के लिए टाल दी है. जिसके बाद निर्भया की मां ने कोर्ट परिसर में ही प्रदर्शन करना शुरू कर दिया. इस दौरान उनके साथ उनके पति भी मौजूद रहे.
दिल्ली की पटियाला हाउस कोर्ट ने दोषियों का नया डेथ वारंट जारी करने वाली याचिका पर सुनवाई करते हुए दोषी पवन के पिता को वकील चुनने के लिए अपने पैनल में शामिल वकीलों की एक सूची उपलब्ध कराई. इसके बाद कोर्ट ने गुरुवार तक के लिए सुनवाई को टाल दिया.
एक बार फिर सुनवाई टलने पर निर्भया की मां ने कोर्ट रूम के बाहर प्रदर्शन शुरू कर दिया. उनके साथ इस मौके पर निर्भया के पिता और वुमन राइट्स एक्टिविस्ट योगिता भयाना भी मौजूद थीं. इस दौरान निर्भया की मां ने ‘वी वॉन्ट जस्टिस’, ‘निर्भया को न्याय दो’, ‘अभी नहीं तो कभी नहीं’ और ‘निर्भया के हत्यारों को फांसी दो’ के नारे लगाए.
इससे पहले सुनवाई आगे बढ़ने के बाद निर्भया की मां ने कहा था, “मैं अब भरोसा और उम्मीद खो रही हूं. कोर्ट को सजा में देर कराने के लिए दोषियों की चाल को समझना चाहिए.”
बता दें कि इससे पहले दल्ली हाईकोर्ट ने केंद्र की उस याचिका को खारिज कर दिया था, जिसमें मांग की गई थी कि निर्भया के दोषियों को अलग-अलग फांसी दिए जाने का निर्देश दिया जाए. कोर्ट ने साफ कहा कि अलग-अलग फांसी नहीं दी जा सकती है.
कई बार रद्द हुआ डेथ वारंट
पवन गुप्ता (25), विनय कुमार शर्मा (26), अक्षय कुमार (31) और मुकेश कुमार सिंह (32) को 1 फरवरी को सुबह छह बजे फांसी दी जानी थी. लेकिन इसे भी टाल दिया गया. इससे पहले चारों दोषियों को 22 जनवरी को फांसी देने का डेथ वारंट जारी हुआ था. लेकिन 17 जनवरी को कोर्ट ने इसे रद्द करते हुए नया डेथ वारंट जारी किया. तब 1 फरवरी को फांसी देना तय हुआ था. लेकिन कोर्ट ने 31 जनवरी को ‘‘अगले आदेश तक’’ इस पर भी रोक लगा दी थी.
(क्विंट हिन्दी, हर मुद्दे पर बनता आपकी आवाज, करता है सवाल. आज ही मेंबर बनें और हमारी पत्रकारिता को आकार देने में सक्रिय भूमिका निभाएं.)