राफेल डील को लेकर लीक हुए ऑडियो क्लिप पर कांग्रेस अध्यक्ष राहुल गांधी ने प्रेस कॉन्फ्रेंस की. इसमें राहुल ने कहा कि ऑडियो टेप में गोवा सरकार के हेल्थ मंत्री का बयान है, जिसमें वह साफ बोल रहे हैं कि कैबिनेट मीटिंग में सीएम मनोहर पर्रिकर ने साफ बोला कि उनके पास राफेल डील की फाइल है, और उन्हें कोई परेशान नहीं कर सकता.
राहुल ने कहा कि मनोहर पर्रिकर देश के प्रधानमंत्री को यह कहकर ब्लैकमेल कर रहे हैं कि उनके पास राफेल डील से संबंधित गोपनीय जानकारियां हैं.
राहुल गांधी ने पीएम मोदी से मांगा इन सवालों का जवाब
प्रेस कॉन्फ्रेंस के बाद कांग्रेस अध्यक्ष राहुल गांधी ने एक ट्वीट किया है. इस ट्वीट में राहुल ने पीएम मोदी से कुछ सवालों के जवाब मांगे हैं. राहुल ने लिखा है, 'कल पीएम मोदी का संसद में राफेल डील पर ओपन बुक एग्जाम है. उनके लिए एडवांस में एग्जाम में आने वाले सवाल यहां हैं.
- एयरफोर्स को 126 एयरक्राफ्ट की जरूरत थी, इसके बजाय 36 एयरक्राफ्ट ही क्यों खरीदे?
- 560 करोड़ की जगह एक एयरक्राफ्ट खरीदने के लिए 1600 करोड़ रुपये क्यों खर्च किए गए?
- HAL के बजाय AA (अनिल अंबानी) को क्यों चुना गया?
राहुल गांधी ने पीएम मोदी को दी आमने-सामने बहस की चुनौती
राहुल ने पीएम मोदी को राफेल मुद्दे पर खुली बहस की चुनौती भी दी. राहुल ने कहा, ‘नरेंद्र मोदी सच्चाई से छिप नहीं सकते, वह बहस के समय दौड़कर घर तो जा सकते हैं या सामने नहीं आ सकते लेकिन सच्चाई कहीं नहीं जाने वाली.’
राहुल ने कहा कि वह पीएम मोदी को राफेल मुद्दे पर 20 मिनट आमने-सामने बहस करने की खुली चुनौती देते हैं.
राहुल ने कहा- देश सुनना चाहता है इन सवालों के जवाब
- आपने 30 हजार करोड़ रुपये अनिल अंबानी को क्यों दिए?
- क्या डिफेंस मिनिस्ट्री ने नए कॉन्ट्रैक्ट को लेकर कोई ऑब्जेक्शन दी?
- एयरक्राफ्ट का दाम 526 से 1600 करोड़ रुपये तक बढ़ा है, ये किसका डिसिजन था?
- क्या एयरफोर्स ने एयरक्राफ्ट के दाम बढ़ने पर अपना ऑब्जेक्शन दर्ज कराया?
- अनिल अंबानी ने जिंदगीभर हवाई जहाज नहीं बनाया और HAL 70 साल से हवाई जहाज बना रहा है, तो इस डील से HAL को बाहर करने का डिसिजन किसका था?
- जो एयरक्राफ्ट हिंदुस्तान में बनना था, उसे फ्रांस में बनाने का फैसला एयरफोर्स ने लिया या फिर नरेंद्र मोदी ने खुद लिया?
‘देश के पीएम को ब्लैकमेल कर रहे हैं गोवा के सीएम पर्रिकर’
राहुल गांधी ने कहा कि ऑडियो लीक से साफ हो गया है, कि गोवा के मुख्यमंत्री एक तरह से देश के प्रधानमंत्री को ब्लैकमेल कर रहे हैं. राहुल ने कहा कि ऑडियो क्लिप से एक और सवाल खड़ा होता है कि आखिर मनोहर पर्रिकर के बेडरूम में राफेल से जुड़ी किस तरह की जानकारियों की फाइल रखी हुई है.
राहुल ने कहा-
जो ऑडियो लीक हुआ है, उसमें गोवा के हेल्थ मिनिस्टर बता रहे हैं कि मनोहर पर्रिकर के बेडरूम में राफेल की जानकारियों की फाइल है. मनोहर पर्रिकर ने जो कहा वो पूरी कैबिनेट ने सुना. उन्होंने कहा कि उनके पास, उनके बेडरूम में राफेल से जुड़ी पूरी जानकारी है, पूरी फाइल है, इसलिए उन्हें कोई परेशान नहीं कर सकता. अब सवाल ये खड़ा होता है कि आखिर मनोहर पर्रिकर के पास राफेल से जुड़ी ऐसी कौन सी जानकारियां हैं? और इसका प्रधानमंत्री जी पर क्या इंपैक्ट होगा?
‘जेटलीजी ने खुद अपने भाषण में बताई थी राफेल डील की कीमत’
वित्त मंत्री ने अपने भाषण में बोला कि 1600 करोड़ रुपये का नंबर कहां से आता है. कांग्रेस हर एयरक्राफ्ट के लिए 1600 करोड़ रुपये की बात करती है, तो ये आकड़ा कांग्रेस पार्टी कहां से ला रही है. अब हम आपको बताते हैं कि ये आकड़ा कहां से आ रहा है.
कांग्रेस अध्यक्ष ने एक वीडियो क्लिप प्ले कराई, जिसमें अरुण जेटली डील के बारे में ब्योरा दे रहे हैं. इस वीडियो के बाद राहुल ने कहा कि वीडियो में वित्त मंत्री खुद कह रहे हैं कि ये 58 हजार करोड़ रुपये की डील है. उन्होंने कहा कि ये बात राहुल गांधी या कांग्रेस पार्टी ने नहीं कही है. उन्होंने कहा कि-
जेटली जी आपने देश को अपने लोकसभा के भाषण में बोला कि राफेल डील 58 हजार करोड़ रुपये की डील है. उसी नंबर को आप 36 से डिवाइड करेंगे तो 1600 करोड़ रुपये आता है. तो जेटलीजी ये हमारा (कांग्रेस) नंबर नहीं है, ये आपका नंबर है.
बता दें, लोकसभा में राफेल पर अपने संबोधन के दौरान वित्त मंत्री जेटली ने कांग्रेस पर तंज कसते हुए कहा था, ‘पता नहीं इनके पास 1600 का नंबर कहां से आया है.’
‘जेटलीजी ने खुद बताया एक राफेल जेट का दाम’
राहुल ने जेटली के उस सवाल का भी जवाब दिया, जिसमें उन्होंने पूछा था कि कांग्रेस के पास 526 करोड़ का नंबर कहां से आया? इस सवाल के बाद भी राहुल ने एक वीडियो क्लिप दिखाते हुए कहा था कि इस सवाल का जवाब भी वित्त मंत्री ने अपने भाषण में ही दिया था.
मोदीजी और जेटली जी जहां भी जाते हैं, कहते हैं कि यूपीए के समय में कुछ नहीं हुआ. आपने अपने भाषण में साफ कह दिया कि बिड लगी थी, L1 और L2 था और राफेल को बिड मिली. और इसी बिड में 526 करोड़ रुपये का नंबर आता है. तो सवाल ये है कि जो दाम बदला गया है, 526 करोड़ रुपये से 1600 करोड़ किया गया है. पूरी सरकार ने कहा कि हम राफेल जेट का दाम नहीं बता सकते हैं. और जेटली जी सबके सामने जेट के दाम बता रहे हैं. जेटलीजी खुद कह रहे हैं कि उन्होंने 1600 करोड़ रुपये का एक राफेल जेट खरीदा है.
राहुल ने सवाल उठाते हुए कहा कि 526 करोड़ से बढ़ाकर 1600 करोड़ रुपये का जो दाम किया गया है, ये किसने किया और ये कैसे हुआ?
‘जिन्होंने डिसिजन लिया, वो संसद में जवाब नहीं दे रहे’
राहुल गांधी ने कहा कि संसद में राफेल पर चर्चा हो रही है. लेकिन जिन्होंने इस डील का डिसिजन लिया वो जवाब नहीं दे रहे हैं, बल्कि अरूण जेटली को बचाव करने के लिए सामने ला रहे हैं. राहुल ने कहा,
संसद में राफेल पर चर्चा हो रही है लेकिन डिफेंस मिनिस्टर या पीएम खुद खड़े नहीं हो सकते हैं. जिन्होंने डिसिजन लिया है, जो धूमधाम के साथ फ्रांस गए, बैंडबाजे के साथ डिसिजन लिया, वो खड़े नहीं हो सकते हैं. अरूण जेटलीजी प्रधानमंत्री का बचाव कर रहे हैं. देश को सच्चाई मालूम हैं. देश जानता है कि नरेंद्र मोदीजी ने 30 हजार करोड़ रुपये अपने मित्र को दे दिए. 126 एयरक्राफ्ट्स की जरूरत थी, देश जानता है कि नरेंद्र मोदी जी ने कॉन्ट्रैक्ट बदला, 36 हवाई जहाज का नया कॉन्ट्रैक्ट तैयार किया. इस बात को देश जानता है.
राहुल ने कहा कि ओलांद को पीएम मोदी ने खुद बताया कि वह HAL को किनारे कर, अनिल अंबानी यानी डबल ए को कॉन्ट्रेक्ट दें. पीएम मोदी ने ही कहा कि एयरक्राफ्ट फ्रांस में बनेगा, हिंदुस्तान में इसको बनाने की कोई जरूरत नहीं है.ये सच्चाई है जिसको छिपाया नहीं जा सकता है.
- राहुल ने कहा कि मोदी सरकार सच्चाई को छिपाने की जितनी कोशिश करती है, उतना ही कहीं न कहीं नई सच्चाई सामने आ जाती है. सरकार ने कहा कि प्राइज सीक्रेट पैक्ट है, लेकिन मैक्रॉ ने कहा कि प्राइज सीक्रेट पैक्ट नहीं है.
- सरकार ने कहा कि अनिल अंबानी को दसॉ ने चुना, ओलांद ने कहा कि दसॉ ने नहीं चुना, प्रधानमंत्री ने चुना.
- जेटली जी कहते हैं कि 1600 नंबर कहां से आया, और खुद ही अपने भाषण में जवाब दे दिया
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