बॉलीवुड एक्टर सुशांत सिंह राजपूत सुसाइड केस ने नया मोड़ ले लिया है. इस केस में सियासत, मीडिया और पुलिस तीनों काफी सक्रिय नजर आ रही हैं. एक तरफ इस मामले से जुड़े और बिना जुड़े लोग न्यूज चैनलों पर इंटरव्यू पर इंटरव्यू दिए जा रहे हैं और खुलासों का दावा किए जा रहे हैं. दूसरी तरफ पर कई पार्टियों के नेता अलग-अलग तरह की बयानबाजी करते दिख रहे हैं. वहीं पुलिस की बात करें तो बिहार और मुंबई पुलिस के बीच अघोषित 'मतभेद' पूरी तरह सामने आने लगे हैं. इसका सबसे बड़ा उदाहरण है कि 2 अगस्त को बिहार से मुंबई पहुंचे आईपीएस अधिकारी विनय तिवारी अभी कोई कदम उठा पाते कि उससे पहले ही बीएमसी ने उन्हें क्वारंटीन कर दिया. इस रवैये को बिहार के सीएम नीतीश कुमार और बिहार पुलिस के डीजीपी दोनों ने ही गलत बताया है.
ऐसे में आइए जानते हैं कि फिलहाल इस केस में क्या-क्या हो रहा है.
मुंबई पुलिस ने क्या कहा?
मुंबई पुलिस की तरफ से पुलिस आयुक्त परमबीर सिंह, महाराष्ट्र के गृहमंत्री अनिल देशमुख, शिवसेना के प्रवक्ता संजय राउत के बयान सामने आए-
- पुलिस आयुक्त परमबीर सिंह का कहना है कि जांच के दौरान किसी भी नेता का नाम सामने नहीं आया है
- अब तक 56 लोगों के बयान दर्ज किए जा चुके हैं, जितने भी एंगल आ रहे हैं हम हर एंगल से जांच कर रहे हैं, चाहे वो पेशेवर प्रतिद्वंद्विता, फाइनेंशियल ट्रांजेक्शन या हेल्थ से संबंधित जांच हो.
- सुशांत के पिता, तीन बहनों और जीजा का बयान 16 जून को दर्ज किया गया था. उस समय उन्होंने कोई संदेह नहीं उठाया और न ही उन्होंने हमारी जांच में किसी चूक के बारे में शिकायत की.
- बिहार पुलिस की FIR में है कि सुशांत के खाते से 15 करोड़ रु. निकाले गए. जांच में हमने पाया कि उनके खाते में 18 करोड़ रु. थे, जिसमें से लगभग 4.5 करोड़ रु.अभी भी हैं.
- अभी तक रिया के खाते में कोई भी पैसा ट्रांसफर नहीं हुआ है लेकिन हम विस्तार से जांच कर रहे हैं: मुंबई पुलिस आयुक्त
- सुशांत सिंह राजपूत के घर पर 13 जून को कोई पार्टी नहीं हुई थी. इसके एक दिन बाद 14 जून को सुशांत के कथित तौर पर फांसी लगाकर आत्महत्या कर ली थी.
वहीं महाराष्ट्र के गृहमंत्री अनिल देशमुख और शिवसेना के प्रवक्ता संजय राउत दोनों ने कमोबेश एक ही तरह की बात कही है कि केस की जांच को लेकर मुंबई पुलिस सक्षम है. अगर मुंबई पुलिस जांच कर रही है तो उसपर भरोसा रखना चाहिए.
बिहार सरकार-पुलिस की तरफ से क्या कहा गया?
आईपीएस के साथ जो हुआ सही नहीं हुआ: नीतीश कुमार
बिहार पुलिस के आईपीएस अधिकारी विनय तिवारी के मुंबई पहुंचने के साथ ही जबरन क्वारंटीन किए जाने के बाद बिहार के मुख्यमंत्री नीतीश काफी नाराज नजर आए. नीतीश ने कहा है कि हमारे अधिकारी के साथ मुम्बई में जो हुआ, वह सही नहीं है. पटना में पत्रकारों से चर्चा करते हुए उन्होंने कहा कि मुंबई गए आईपीएस अधिकारी के साथ जो हुआ वह सही नहीं हुआ. वो अपनी ड्यूटी कर रहे हैं. उन्होंने आगे कहा कि हमारे पुलिस महानिदेशक इस मामले में महाराष्ट्र के अधिकारियों से बात करेंगे.
हालांकि मुख्यमंत्री नीतीश कुमार ने इस मसले पर सीबीआई जांच के संबंध में कोई बात नहीं की.
वहीं बिहार के डीजीपी गुप्तेश्वर पांडे का कहना है कि रिया चक्रवर्ती को सामने आकर जांच में साथ देना चाहिए.
रिया चक्रवर्ती के वकील का कहना है कि रिया ने अपना बयान मुंबई पुलिस को रिकॉर्ड कराया है और वो पुलिस को जांच में सहयोग कर रही हैं. अबतक बिहार पुलिस की तरफ से कोई नोटिस या समन उन्हें नहीं मिला है और उनके दायरे में जांच नहीं आती है.
एसपी विनय तिवारी को क्वॉरंटीन करने को लेकर भी डीजीपी खासा नाराज नजर आए. वहीं बीएमसी का कहना है कि घरेलू हवाई यात्री होने के नाते उन्हें 25 मई की राज्य सरकार की नोटिफिकेशन के अनुसार होम क्वॉरंटीन होना था. एक टीम ने उन्हें होम क्वारंटाइन अवधि में छूट के लिए आवेदन करने के लिए निर्देशित किया है
बिहार विधानसभा में CBI जांच की मांग
इस बीच बिहार विधानसभा में सुशांत की मौत का मुदादा उनके रिश्तेदार और विधायक नीरज कुमार सिंह ने उठाया और सीबीआई जांच की मांग की. इस मांग का आरजेडी नेता तेजस्वी यादव ने समर्थन भी किया. नीरज कुमार सिंह की पत्नी विधान परिषद सदस्या नूतन ने विधान परिषद में भी यही मांग उठाई
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