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करौली जा रहे थे तेजस्वी सूर्या,कहा-बैरिकेड पार कर के ही रहेंगे,हिरासत में लिए गए

Tejasvi Surya के साथ राजस्थान बीजेपी अध्यक्ष सतीश पूनिया और समर्थक मौजूद थे, राज्य पुलिस ने दौसा बॉर्डर पर रोका.

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भारत
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राजस्थान के सांप्रदायिक हिंसा प्रभावित करौली (Karauli Violence) का दौरा करने जा रहे बीजेपी युवा मोर्चा के राष्ट्रीय अध्यक्ष और सांसद तेजस्वी सूर्या (Tejasvi Surya detained) को अन्य बीजेपी नेताओं के साथ हिरासत में लिया गया है. इस दौरान तेजस्वी सूर्या के साथ राजस्थान में बीजेपी अध्यक्ष सतीश पूनिया और कई समर्थक मौजूद थे जिन्हें राज्य पुलिस ने दौसा बॉर्डर पर रोका.

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Tejasvi Surya के साथ राजस्थान बीजेपी अध्यक्ष सतीश पूनिया और समर्थक मौजूद थे, राज्य पुलिस ने दौसा बॉर्डर पर रोका.

तेजस्वी सूर्या को हिरासत में लिया गया

(फोटो-एक्सेस बाई क्विंट)

Tejasvi Surya के साथ राजस्थान बीजेपी अध्यक्ष सतीश पूनिया और समर्थक मौजूद थे, राज्य पुलिस ने दौसा बॉर्डर पर रोका.

राजस्थान में बीजेपी अध्यक्ष सतीश पूनिया भी पुलिस हिरासत में लिए गए

(फोटो-एक्सेस बाई क्विंट)

चलो करौली का दिया था नारा

अपने कट्टर बयानों से सुर्खियों में रहने वाले बेंगलुरु दक्षिण लोकसभा निर्वाचन क्षेत्र से बीजेपी सांसद तेजस्वी सूर्या ने इससे पहले ट्वीट कर अपनी करौली यात्रा की घोषणा की थी और लोगों से वहां पहुंचने का आह्वान किया था.

मीडिया रिपोर्ट्स के अनुसार अपने साथ जा रहे पार्टी कार्यकर्ताओं और समर्थकों को संबोधित करते हुए तेजस्वी सूर्या ने पूछा कि क्या वे राष्ट्र के लिए लड़ने के लिए तैयार हैं, जिसका जवाब भीड़ ने उत्साह के साथ हां में दिया.

रिपोर्ट के अनुसार सूर्या ने कहा था कि हम किसी भी कीमत पर, हम करौली जाएंगे. हम शांति से जाने की कोशिश करेंगे और अगर पुलिस ने हमें रोकने की कोशिश की, तो हम सामूहिक रूप से गिरफ्तारी देंगे.

प्रशासन ने भीड़ को आगे जाने से रोकने के लिए बैरिकेड्स लगाए थे. तेजस्वी सूर्या ने कांग्रेस के नेतृत्व वाली राज्य सरकार पर बीजेपी को दंगा प्रभावित क्षेत्र में जाने से रोकने का आरोप लगाया और कहा कि वह तब तक नहीं रुकेंगे जब तक वह वहां नहीं पहुंच जाते.

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सांप्रदायिक हिंसा में झुलसा करौली

मालूम हो कि 2 अप्रैल को करौली में दो समुदायों के बीच हिंसक झड़प हुई थी. लॉ-एंड-ऑर्डर की स्थिति को देखते हुए 12 अप्रैल तक प्रशासन ने कर्फ्यू लगाया था जिसे बाद में 14 अप्रैल की सुबह तक बढ़ा दिया गया.

मुस्लिम बहुल इलाके से गुजर रहे बाइक रैली पर कथित पथराव के बाद आगजनी और तोड़फोड़ की घटनाऐं हुईं. जिसके बाद कर्फ्यू लगाया गया था.

पुलिस का कहना है कि जब जुलूस संवेदनशील इलाके से गुजरा तब रैली में शामिल कुछ लोगों ने "भड़काऊ" नारे लगाए, जिससे भीड़ ने पथराव किया. हिंसा में 8 पुलिसकर्मियों सहित 11 घायल हो गए.

भरतपुर रेंज के पुलिस महानिरीक्षक प्रशन कुमार खमेसरा ने न्यूज एजेंसी पीटीआई को बताया कि सांप्रदायिक हिंसा के बाद पुलिस ने 46 लोगों को गिरफ्तार किया और सात को पूछताछ के लिए हिरासत में लिया.

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