कोरोना वायरस महामारी के कारण करीब 3 महीने बंद रहने के बाद अब आंध्र प्रदेश का मशहूर तिरुपति मंदिर 11 जून को खोले जाने को तैयार है. ये मंदिर अब कुछ नए रूल और स्टैंडर्ड ऑपरेटिंग प्रोसिजर (SOPs) के तहत काम करेगा, जिसे प्रबंधन कमेटी और श्रद्धालुओं को मानना ही होगा. ऐसे में आप भी अगर यहां जाने की तैयारी में हैं तो ये नियम, गाइडलाइन और जरूरी बातें जान लीजिए.
अनलॉक-1 के बीच किसे तिरुपति मंदिर में जाने की अनुमति दी जाएगी?
- सभी श्रद्धालुओं को अलीपीरी में थर्मल स्क्रिनिंग से गुजरना होगा, जहां से मंदिर के लिए रास्ता शुरू होता है.
- अलीपिरी चेकप्वाइंट पर सभी गाड़ियों को सैनिटाइज किया जाएगा.
- सिर्फ बिना लक्षण वाले लोगों को ही जाने की अनुमति दी जाएगी.
- 65 साल से ज्यादा उम्र के लोगों, गर्भवती महिलाओं और जो पहले से किसी गंभीर बीमारी से जूझ रहे हैं उन्हें घर पर ही रहने के निर्देश हैं.कंटेनमेंट जोन से आने वाले श्रद्धालुओं को प्रवेश की अनुमति नहीं है.
क्या मंदिर में प्रवेश करने वाले श्रद्धालुओं की संख्या तय है?
- हर रोज सिर्फ 6 हजार श्रद्धालुओं को ही मंदिर में प्रवेश की अनुमति दी जाएगी, 1 घंटे में 500 लोग दर्शन कर सकेंगे.
- 3 हजार टिकटों को TTD वेबसाइट के जरिए बेचा जाएगा, वहीं बाकी के 3 हजार टिकट काउंटर पर बेचे जाएंगे.
मंदिर में दर्शन के लिए समय क्या है?
- दर्शन का समय सुबह 6:30 से शुरू होगा, जो शाम 7:30 तक जारी रहेगा.
- VIP दर्शन का समय सुबह 6:30 से 7:30 बजे तक का होगा.
क्या दूसरे राज्य में रहने वाले लोग मंदिर के दर्शन कर सकेंगे?
आंध्र प्रदेश सरकार ने इंटर-स्टेट ट्रैवल से पाबंदी नहीं हटाई है, इसलिए अगर आपके पास ई-पास नहीं हैं तो आप मंदिर नहीं आ सकेंगे.
ट्रैवल पास के जरिए आंध्र प्रदेश आने पर क्वॉरंटीन में रहना होगा?
ऐसे लोग जो हाई-रिस्क वाले राज्यों जैसे महाराष्ट्र, गुजरात, राजस्थान, दिल्ली, मध्य प्रदेश या चेन्नई से आंध्र प्रदेश आ रहे हैं तो उन्हें 7 दिन इंस्टीट्यूशनल क्वॉरंटीन में रहना होगा और फिर 7 दिन होम क्वॉरंटीन में. बाकी राज्यों से आने वाले लोगों को 14 दिन होम क्वॉरंटीन में रहना होगा.
क्या तिरुपति मंदिर परिसर के दूसरे मंदिरों में जाने की इजाजत है?
नहीं, मंदिर परिसर के भीतर किसी दूसरे मंदिर में जाने की इजाजत अभी नहीं है.
मंदिर जाते समय कौन सी सामान्य सावधानियां बरतनी चाहिए?
- सभी तीर्थयात्रियों को हर वक्त मास्क पहनना जरूरी है.
- कॉन्टैक्ट से बचने के लिए कोई सतारी नहीं दी जाएगी.
- दान पेटी में कुछ भेंट देने से पहले श्रद्धालुओं को हाथ सैनिटाइज करना होगा.
- मंदिर में प्रवेश के लिए लाइन लगाते वक्त कम से कम 6 फीट की दूरी बनाए रखनी होगी.
- परिसर में घुसने से पहले लोगों को अपने हाथ और पैर साबुन से धोने होंगे.
- बैठने की व्यवस्था सोशल डिस्टेंसिंग के मानदंडों के तहत ही होगी.
- श्रद्धालुओं को मूर्ति या किसी किताब को छूने की इजाजत नहीं होगी.
तिरुपति मंदिर में प्रसाद अब भी मिलेगा?
केंद्र सरकार की गाइडलाइन में साफ है कि धार्मिक स्थलों पर प्रसाद नहीं दिए जाएंगे. ऐसे में अबतक मंदिर का प्रबंध देखने वाले तिरुमाला तिरुपति देवस्थानम की तरफ से कुछ-कुछ साफ नहीं दिख रहा है. हालांकि, मंदिर के भीतर काउंटर पर प्रसाद बेचे जाएंगे.
वैसे, अगर आप आंध्र प्रदेश के रहने वाले हैं तो प्रसाद के तौर पर मिलने वाले लड्डू ऑनलाइन खरीद सकते हैं या टीटीडी के केंद्रों पर से भी इसे खरीदा जा सकता है.
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