अयोध्या में राम मंदिर भूमि पूजन का कार्यक्रम संपन्न हो चुका है. इस भूमि पूजन कार्यक्रम के लिए 200 लोगों को न्योता दिया गया था, जिसमें पूर्व केंद्रीय मंत्री उमा भारती भी शामिल थीं. लेकिन भूमि पूजन से कुछ दिनों पहले उमा भारती ने कहा था कि वो भूमि पूजन कार्यक्रम से दूर रहेंगीं. साथ ही उन्होंने लिस्ट से अपना नाम हटाने की भी बात कही थी. लेकिन बुधवार 5 अगस्त को उमा भारती भूमि पूजन के कार्यक्रम में पहुंच गईं. इसे लेकर उन्होंने सुबह ही ट्विटर पर जानकारी दे दी थी.
‘न्यास के वरिष्ठ अधिकारी ने दिया निर्देश’
उमा भारती ने अपना मन बदलते हुए आखिरकार भूमि पूजन में शामिल होने का फैसला किया. क्योंकि वो पहले इस इवेंट में शमिल होने से इनकार कर चुकी थीं, इसीलिए उन्होंने 5 अगस्त की सुबह ट्वीट करके ये बताया कि अब वो भूमि पूजन में शामिल हो रही हैं. उन्होंने इसके लिए बताया कि उन्हें न्यास के एक अधिकारी ने भूमि पूजन में शामिल होने को कहा है. उन्होंने ट्विटर पर लिखा,
“मैं मर्यादा पुरुषोत्तम राम की मर्यादा से बंधी हूं. मुझे रामजन्मभूमि न्यास के वरिष्ठ अधिकारी ने शिलान्यास स्थली पर उपस्थित रहने का निर्देश दिया है. इसीलिए मैं इस कार्यक्रम में उपस्थित रहूंगी.”
उमा भारती के अयोध्या पहुंचते ही सीएम योगी आदित्यनाथ ने उनका पूजा स्थल पर स्वागत किया. सभी नेता इस मौके पर मास्क पहने हुए नजर आए. न्यूज एजेंसी एएनआई से बात करते हुए उमा भारती ने कहा- "अयोध्या ने सभी को एक कर दिया है. अब ये देश पूरी दुनिया में अपना माथा ऊंचा कर कहेगा कि यहां कोई भेदभाव नहीं है."
पहले क्या कहा था?
इससे पहले उमा भारती ने ट्वीट करके कहा था कि, "कल जब से मैंने अमित शाह जी तथा और बीजेपी नेताओं के बारे में कोरोना पॉजिटिव होने का सुना तभी से मैं अयोध्या में मंदिर के शिलान्यास में उपस्थित लोगों के लिये खासकर पीएम मोदी जी के लिये चिंतित हूं. इसीलिये मैंने रामजन्मभूमि न्यास के अधिकारियों को सूचना दी है की शिलान्यास के कार्यक्रम के मुहूर्त पर मैं अयोध्या में सरयू के किनारे पर रहूंगी. मैं भोपाल से आज रवाना होऊंगी. कल शाम अयोध्या पहुंचने तक मेरी किसी संक्रमित व्यक्ति से मुलाकात हो सकती है, ऐसी स्थिति में जहां नरेंद्र मोदी और सैकड़ों लोग उपस्थित हों मैं उस स्थान से दूरी रखूंगी और नरेंद्र मोदी और सभी समूह के चले जाने के बाद ही मैं रामलला के दर्शन करने पहुंचूंगी.
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