उन्नाव रेप पीड़िता के रोड एक्सिडेंट से करीब 2 हफ्ते पहले उसने सुप्रीम कोर्ट के चीफ जस्टिस रंजन गोगोई को एक चिट्ठी लिखी थी. इस चिट्ठी में पीड़िता ने चीफ जस्टिस से गुहार लगाई थी कि वो उनके खिलाफ एक्शन लें जो उसे और उसके परिवार को धमका रहे हैं. 12 जुलाई को लिखी चिट्ठी में पीड़िता ने लिखा था, ''कुछ लोग मेरे घर आकर मुझे धमकियां देते हैं कि मैं केस वापस ले लूं, नहीं तो मेरे पूरे परिवार को फर्जी केसों में जेल में बंद करवा देंगे.''
7 जुलाई की सुबह भी पीड़िता ने कहा था कि शशि सिंह का बेटा नवीन सिंह (रेप केस में आरोपी) मुख्य आरोपी कुलदीप सिंह सेंगर के भाई मनोज सिंह, के. मिश्रा और 2 अन्य लोग उसके घर एक कार में आए थे और धमकी देकर गए थे. ‘‘तुम्हें पता ही है कि तुम्हारे चाचा के साथ हमने क्या किया..अगर तुम नहीं मानी तो तुम्हारे पूरे परिवार को जेल में सड़ा देंगे.’’
रोड एक्सिडेंट का शिकार हुई रेप पीड़िता
रविवार 28 जुलाई को पीड़िता रोड एक्सिडेंट में घायल हो गई. रायबरेली में एक बेकाबू ट्रक ने कार को टक्कर मार दी. इस टक्कर में पीड़िता और वकील गंभीर रूप से घायल हो गए वहीं उसकी चाची और मौसी की मौत हो गई. लड़की और वकील दोनों को वेंटिलेटर पर रखा गया है और हालत नाजुक बनी हुई है.
MLA समेत 10 के खिलाफ हत्या का केस दर्ज
हादसे को लेकर पीड़िता के चाचा ने रेप के मुख्य आरोपी कुलदीप सिंह सेंगर पर हत्या की साजिश रचने का आरोप लगाया है. सोमवार को रायबरेली पुलिस ने सेंगर, उसके भाई मनोज और 10 लोगों के खिलाफ FIR दर्ज कर ली है. पुलिस ने आईपीसी की धारा 302, 307, 506 और 120-बी के तहत केस दर्ज किया है.
‘’हमें कुलदीप सिंह, मनोज सिंह, विनोद मिश्रा, हरिपाल सिंह, नवीन सिंह, कोमल सिंह और 15-20 अन्य लोग धमकियां देते थे.’’महेश सिंह (एफआईआर दर्ज कराने वाले परिजन)
बता दें कि एक्सिडेंट में महेश सिंह की पत्नी की भी मौत हुई थी.
(इनपुट एएनआई)
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