दो दिन से लापता चल रहे कैफे कॉफी डे के मालिक और कर्नाटक के पूर्व सीएम एसएम कृष्णा के दामाद वीजी सिद्धार्थ का शव अब बरामद कर लिया गया है. कई घंटों के सर्च ऑपरेशन के बाद वीजी सिद्धार्थ का शव बुधवार सुबह बरामद किया गया. नेत्रवती नदी में ही उनका शव मिला है. सिद्धार्थ सोमवार से लापता थे. जिसके बाद से उनकी तलाश जारी थी.
पुलिस को कई घंटों की मशक्कत के बाद शव बरामद हुआ, काफी देर पानी में होने के कारण बॉडी सफेद पड़ चुकी है, इसीलिए पुलिस पूरी तरह से इसे वीजी सिद्धार्थ का शव मानने से फिलहाल इनकार कर रही है. शव की पूरी तरह से जांच के बाद आधिकारिक घोषणा होगी.
लापता होने से पहले लिखी थी चिट्ठी
वीजी सिद्धार्थ ने लापता होने से पहले अपनी कंपनी के बोर्ड मेंबर्स और कर्मचारियों के नाम एक चिट्ठी लिखी थी. उन्होंने इस चिट्ठी में खुद पर भारी दबाव होने की बात कही. वहीं इनकम टैक्स के कसते शिकंजे को भी अपनी हार का कारण बताया. उन्होंने अपने इस लेटर में लिखा था,
‘मै लंबे समय तक लड़ा लेकिन अब मैं अपने एक प्राइवेट इक्विटी पार्टनर के सामने हिम्मत हार गया हूं. वो मेरे ऊपर उन शेयरों को वापस खरीदने का दबाव बना रहे हैं. ये वो सौदा है जो 6 महीने पहले एक दोस्त से बड़ा कर्जा लेकर मैंने किसी तरह पूरा किया था. कई और कर्जा देने वालों के जबरदस्त दबाव ने मुझे हालात के सामने झुकने के लिए मजबूर कर दिया है. इनकम टैक्स के एक पूर्व डीजी ने भी हमारी ‘माइंड ट्री’ डील को रोकने के लिए दो अलग-अलग मौकों पर हमारे शेयर अटैच किए. उसके बाद हमारे कॉफी डे शेयर्स को भी अटैच कर दिया गया.’
क्या है पूरा मामला?
कैफे कॉफी डे के मालिक सोमवार को अचानक लापता हो गए. उनके ड्राइवर ने पुलिस को बताया, सिद्धार्थ मंगलुरु से उल्लल ब्रिज तक कार में ही थे. लेकिन ब्रिज के एक कोने पर पहुंचते ही उन्होंने कार रोकने को कहा. जिसके बाद वो कुछ दूर तक चलकर गए. ड्राइवर उनका इंतजार करता रहा, लेकिन वो नहीं लौटे. करीब तीन घंटे बाद ड्राइवर ने पुलिस को इसकी सूचना दी. पुलिस को सूचना मिलते ही ये खबर पूरे कर्नाटक में फैल गई. पूर्व सीएम एसएम कृष्णा के दामाद होने चलते कई नेताओं ने इस घटना पर दुख जाहिर किया. एसएम कृष्णा के घर कर्नाटक के कई नेता पहुंचे. कर्नाटक नेताओं ने सिद्धार्थ को खोजने के लिए गृहमंत्री अमित शाह से भी मदद मांगी.
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