अलगाववादी नेता यासीन मलिक के संगठन जेकेएलएफ पर सरकार ने बैन लगा दिया है. केंद्रीय गृह सचिव राजीव गौबा ने इसकी जानकारी दी है. उन्होंने कहा कि जम्मू-कश्मीर में अलगाववादी गतिविधियों को बढ़ावा देने के लिए संगठन पर प्रतिबंध लगाया गया है. बैन की कार्रवाई के बाद जम्मू-कश्मीर की पूर्व सीएम महबूबा मुफ्ती ने पूछा कि आखिर इस बैन से क्या मिलेगा?
महबूबा मुफ्ती: संगठन पर बैन से क्या हासिल होगा?
महबूबा मुफ्ती नेे कहा कि यासीन मलिक ने काफी समय पहले जम्मू-कश्मीर मुद्दे को सुलझाने के लिए हिंसा के रास्ते को छोड़ दिया था. उस समय तत्कालीन पीएम वाजपेयी जी द्वारा शुरू किए गए एक शांति की कोशिश में उन्हें एक स्टेकहोल्डर के रूप में देखा जा रहा था. उसके संगठन पर प्रतिबंध से क्या हासिल होगा? ऐसे कदम से तो कश्मीर एक खुली हवा में जेल जैसा बन जायेगा.
जम्मू कश्मीर लिबरेशन फ्रंट के खिलाफ 37 FIR : राजीव गौबा
केंद्रीय गृह सचिव राजीव गौबा ने कहा कि जम्मू-कश्मीर पुलिस ने जेकेएलएफ के खिलाफ 37 एफआईआर दर्ज की हैं. इसके अलावा सीबीआई ने हत्या के मामले में दो FIR भी दर्ज किये हैं जिसमें एक मामला IAF जवान के मर्डर का था. सहित दो मामले आईएएफ कर्मियों द्वारा सीबीआई द्वारा दर्ज किए गए थे. साथ ही राष्ट्रीय जांच एजेंसी ने भी JKLF के खिलाफ एक मामला दर्ज किया है जिसकी जांच चल रही है.
जम्मू कश्मीर लिबरेशन फ्रंट को गैरकानूनी गतिविधियों (रोकथाम) अधिनियम, 1967 के विभिन्न प्रावधानों के तहत प्रतिबंधित कर दिया गया है.यह जम्मू और कश्मीर में दूसरा संगठन है जिसे इस महीने बैन कर दिया गया है. इससे पहले, केंद्र ने जमात-ए-इस्लामी जम्मू और कश्मीर पर प्रतिबंध लगा दिया था.
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