दिल्ली के सीएम अरविंद केजरीवाल ने "फरिश्ते दिल्ली के" नाम की योजना को लेकर मीडिया को जानकारी दी. उन्होंने कहा कि इस योजना से सड़क दुर्घटना में घायल लोगों को बचाने में काफी मदद मिलेगी. दिल्ली सरकार इस योजना को लॉन्च करने जा रही है. हालांकि पिछले डेढ़ साल से पायलट योजना के तौर पर इसे चलाया जा रहा था. अब इसे आधिकारिक तौर पर लॉन्च कर दिया गया है.
सीएम अरविंद केजरीवाल ने मीडिया से बातचीत में दिल्ली सरकार की इस योजना को काफी जरूरी बताया. उन्होंने कहा,
“इस योजना के तहत हमारा मकसद है कि दिल्ली के अंदर किसी भी हालत में हर जान को बचाने की कोशिश की जाए. अगर दिल्ली की सीमाओं के अंदर किसी का भी एक्सीडेंट होता है, चाहे वो कहीं का भी रहने वाला हो उस व्यक्ति को नजदीकी हॉस्पिटल में भर्ती कराएं. फिर चाहे वो हॉस्पिटल कितना भी बड़ा और महंगा हो घायल के इलाज का पूरा खर्च दिल्ली सरकार देगी.”
'तीन हजार से ज्यादा लोगों को बचाया'
सीएम केजरीवाल ने बताया कि पिछले डेढ़ साल में इस योजना के तहत करीब 3 हजार से ज्यादा लोगों की जान बचाई जा चुकी है. उन्होंने कहा कि जो भी सड़क पर घायल व्यक्ति को हॉस्पिटल लेकर जाता है वो किसी फरिश्ते से कम नहीं होता है. उन्होंने आगे कहा-
"मैं दिल्ली के सारे लोगों से कहना चाहता हूं कि आपसे कोई पूछताछ नहीं की जाएगी. पुलिस आपकी मदद करेगी. मैं चाहता हूं कि दिल्ली का हर नागरिक फरिश्ता बने. मैं कैब ड्राइवर्स और ऑटो-रिक्शा चालकों से अपील करता हूं कि आप लोग कहीं भी अगर दुर्घटना पीड़ित को देखते हैं तो तुरंत उसे हॉस्पिटल तक पहुंचाने का काम करें."
पॉल्यूशन कम होने पर केंद्र को क्रेडिट
अरविंद केजरीवाल ने दिल्ली में कम हुए प्रदूषण और डेंगू पर लगी रोकथाम का पूरा क्रेडिट केंद्र सरकार को दे दिया. उन्होंने मोदी सरकार पर चुटकी लेते हुए कहा, "पॉल्यूशन सभी लोगों के सहयोग से कम होगा. जहां तक क्रेडिट का सवाल है तो सारा क्रेडिट केंद्र सरकार को है. सारा क्रेडिट बीजेपी का है. दिल्ली में बिजली सस्ती हो रही है, डेंगू के केस कम हो रहे हैं, दिल्ली में मोहल्ला क्लीनिक बन रहे हैं... ये सभी केंद्र सरकार की वजह से ही हो रहा है. मेरा अब इतना निवेदन है कि हरियाणा और पंजाब में जलने वाली पराली को रोकने का काम करें."
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