बिहार (Bihar) में एनडीए की सीट शेयरिंग ऐलान के बाद महागठबंधन में भी सीटों की घोषणा हो गई. आरजेडी, कांग्रेस और वाम दलों के नेताओं ने राजधानी पटना में शुक्रवार (29 मार्च) को संयुक्त प्रेस कॉन्फ्रेंस करके सीट शेयरिंग की घोषणा की. सीट शेयरिंग का फॉर्मूला 26-9-5 के तहत किया गया है. आइए आपको बताते हैं कि कौन सी पार्टी कितने सीटों पर और कहां से चुनाव लड़ेगी?
कौन पार्टी कितनी सीटों पर लड़ेगी चुनाव?
आरजेडी पूर्णिया और हाजीपुर समेत 26 सीटों पर अपने उम्मीदवार उतारेगी, किशनगंज और पटना साहिब समेत 9 सीटों पर कांग्रेस और पांच सीटें वाम दलों को दी गई है.
आरजेडी-कांग्रेस-वाम दल के खाते में कौन सी सीट गई?
RJD: अररिया, बांका,बक्सर, गया, गोपालगंज, हाजीपुर, जहानाबाद, जमुई, झंझारपुर, मधेपुरा, सुपौल, नवादा, पाटलिपुत्र, उजियारपुर, सारण, पूर्णिया, शिवहर, सीतामढ़ी, पूर्वी चंपारण, सिवान, वैशाली, दरभंगा, मधुबनी, मुंगेर, वाल्मीकीनगर, औरंगाबाद.
कांग्रेस: कटिहार, किशनगंज, पटना साहिब, सासाराम, भागलपुर, बेतिया, मुजफ्फरपुर, महाराजगंज, समस्तीपुर.
CPI ML: काराकाट, आरा, नालंदा
CPI: बेगूसराय
CPI (M): खगड़िया
2019 चुनाव में क्या तस्वीर थी?
पिछले लोकसभा चुनाव 2019 में महागठबंधन का स्वरूप थोड़ा अलग था. उस वक्त उपेंद्र कुशवाहा, जीतनराम मांझी और मुकेश सहनी भी महागठबंधन का हिस्सा थे, लेकिन इस बार उपेंद्र और मांझी एनडीए के साथ है और मुकेश सहनी ने अभी तक कुछ ऐलान नहीं किया है.
2019 में बिहार की 40 लोकसभा सीटों में आरजेडी को 19, कांग्रेस को 9, राष्ट्रीय लोक समता पार्टी (आरएलएसपी) को 5, हिंदुस्तानी आवाम मोर्चा (हम) को 3, वीआईपी को 3 और सीपीआईएमएल को आरजेडी कोटे से एक सीट दी गई है. जबकि सीपीआई और सीपीआईएम ने अलग चुनाव लड़ा था.
पिछली बार आरजेडी को शिवहर, दरभंगा, अररिया, बेगूसराय, पाटिलपुत्र, छपरा, बक्सर, महाराजगंज, झंझारपुर,सीतामढ़ी, मधेपुरा, भागलपुर, सीवान, गोपालगंज,बांका, जहानाबाद, नवादा, हाजीपुर और वैशाली की सीट मिली थी, जबकि कांग्रेस पटना साहिब, सासाराम, वाल्मिकीनगर, सुपौल, पूर्णिया, कटिहार, मुंगेर, समस्तीपुर और किशनगंज से चुनाव लड़ी थी.
आरएलएसपी को बेतिया, मोतिहारी, उजियारपुर, काराकाट, जमुई जबकि वीआईपी के खाते में मुजफ्फरपुर, मधुबनी, खगड़िया की सीट गई थी. एचएएम (HAM) को औरंगाबाद, नालंदा, गया और माले को आरा की सीट मिली थी.
हालांकि, किशनगंज पर कांग्रेस की जीत छोड़ तो 39 सीट पर एनडीए विजयी हुआ था.
लिस्ट में क्या खास?
इस बार पूर्णिया को लेकर सबसे अधिक बवाल महागठबंधन में मचा हुआ था. अपनी पार्टी का कांग्रेस में विलय करने के बाद पप्पू यादव यहां से ताल ठोंक रहे थे. लेकिन सीट आरजेडी के पाले में चली गई.
2019 के चुनाव में यहां से जेडीयू के संतोष कुमार 6.32 लाख वोट पाकर जीते थे, जबकि दूसरे नंबर पर रहे कांग्रेस प्रत्याशी 3.70 लाख के करीब वोट मिला था.
इसके अलावा, इस बार आरजेडी को दस नई सीटें मिली हैं, जिसमें, बांका, सुपौल, उजियारपुर, सारण, पूर्णिया, बेतिया, मधुबनी, मुंगेर, वाल्मीकीनगर और औरंगाबाद शामिल जबकि कांग्रेस को चार नई सीट मिली है, जिसमें भागलपुर, बेतिया, मुजफ्फरपुर, महाराजगंज का नाम है.
हालांकि, पिछले बार के मुकाबले आरजेडी के पाल में सात सीटें अधिक गई हैं जबकि कांग्रेस 9 पर ही है.
वहीं आरजेडी का 12 सीट (बांका, झंझारपुर, मधेपुरा, वाल्मीकीनगर, मुंगेर, पूर्णिया, गोपालगंज, जहानाबाद, सुपौल, शिवहर, सीतामढ़ी, सिवान) पर जेडीयू, तीन सीट पर एलजेपी रामविलास (हाजीपुर, जमुई, वैशाली) 10 पर बीजेपी और एक (गया) पर 'हम' से मुकाबला है. जबकि कांग्रेस का एक (समस्तीपुर) पर एलजेपी (आर), दो पर जेडीयू (किशनगंज और भागलपुर) और 6 सीट (कटिहार, पटना साहिब, सासाराम, बेतिया, मुजफ्फरपुर, महाराजगंज) पर बीजेपी से मुकाबला है.
आरजेडी के कोटे में जो सीट गई हैं उसमें से 16 पर पिछली बार पार्टी रनरअप थी. इसमें अररिया, बांका, बक्सर, गोपालगंज, हाजीपुर, जहानाबाद, झंझारपुर, मधेपुरा, नवादा, पाटलिपुत्र, शिवहर, सीतामढ़ी, सारण, सिवान, वैशाली, दरभंगा की सीट शामिल है.
जबकि जमुई, उजियारपुर, पूर्वी चंपारण में RLSP, गया-औरंगाबाद में HAM, मुंगेर, वाल्मीकीनगर, सुपौल, पूर्णिया में कांग्रेस और मधुबनी में VIP दूसरे नंबर पर थी.
वहीं कांग्रेस के खाते में गई सीटों में चार पर पार्टी रनरअप थी. जबकि भागलपुर, बेतिया, महाराजगंज में राजद, और मुजफ्फरपुर में VIP रनरअप थी.
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