महाराष्ट्र में सरकार बनाने को लेकर बेचैनी बढ़ती जा रही है. नतीजों के करीब दो हफ्ते बाद भी बीजेपी और शिवसेना के बीट टकराव थमने का नाम नहीं ले रहा है. इसी बीच अब मामला महाराष्ट्र से दिल्ली तक पहुंच चुका है. महाराष्ट्र के बड़े नेता समीकरण बनाने के लिए अब दिल्ली का रुख करने लगे हैं. जहां एक तरफ महाराष्ट्र के सीएम देवेंद्र फडणवीस दिल्ली में अमित शाह से मुलाकात करेंगे, वहीं एनसीपी प्रमुख शरद पवार भी सोनिया गांधी से मुलाकात करने पहुंच रहे हैं.
पवार की सोनिया से मुलाकात
बीजेपी और शिवसेना गठबंधन ने एक साथ विधानसभा चुनाव लड़ने और बहुमत हासिल करने के बाद भी सरकार नहीं बनाई है. इस बीच कांग्रेस-एनसीपी इसे एक मौके की तरह देखने लगे हैं. एनसीपी प्रमुख शरद पवार अब इसी के तहत दिल्ली में कांग्रेस की अंतरिम अध्यक्ष सोनिया गांधी से मुलाकात करने जा रहे हैं. एनसीपी नेता अजीत पवार ने इस मुलाकात के संकेत दिए थे.
बताया जा रहा है कि दोनों पार्टियों के प्रमुख महाराष्ट्र में आगे की रणनीति पर चर्चा कर सकते हैं. इस बैठक में बीजेपी से नाराज बैठी शिवसेना को समर्थन देने पर भी विचार किया जा सकता है. हालांकि ये बैठक के बाद ही साफ हो पाएगा कि पवार ने सोनिया से किन मुद्दों पर बात की. बता दें कि शिवसेना ने हाल ही में 175 विधायकों के समर्थन का दावा किया है.
हाल ही में शिवसेना नेता संजय राउत ने भी एनसीपी प्रमुख शरद पवार से मुलाकात की थी. इस मुलाकात के बाद अटकलों का बाजार गरम हो गया. बताया गया कि शिवसेना अब दूसरे विकल्प की तलाश कर रही है, हालांकि शरद पवार ने एक बार फिर बयान दिया कि वो विपक्ष में बैठेगें.
क्या शाह खत्म करेंगे विवाद?
महाराष्ट्र की लड़ाई अब दिल्ली तक पहुंचने जा रही है. खुद बीजेपी के लिए चाणक्य कहे जाने वाले अमित शाह अब इस मामले को देखेंगे. महाराष्ट्र के सीएम देवेंद्र फडणवीस अब अमित शाह से मुलाकात करेंगे. हालांकि इस मुलाकात को महाराष्ट्र की राजनीति पर केंद्रित नहीं बताया गया है. कहा गया है कि फडणवीस बेमौसम बरसात को लेकर महाराष्ट्र के किसानों को ज्यादा राहत की मांग के लिए ये मुलाकात कर रहे हैं. लेकिन बीजेपी के लिए अभी महाराष्ट्र में सरकार बनाना ही सबसे बड़ा मुद्दा है. इस मुलाकात में शिवसेना से चल रहे टकराव को खत्म करने की बात हो सकती है.
हाल ही में शिवसेना अध्यक्ष उद्धव ठाकरे ने कहा है कि लोगों को जल्द पता चल जाएगा कि उनकी पार्टी महाराष्ट्र की सत्ता में होगी. इस दौरान उन्होंने फडणवीस के किसानों के लिए राहत के ऐलान पर भी बयान दिया था. उद्धव ने कहा कि महाराष्ट्र में असमय हुई बारिश के कारण किसानों की फसल के नुकसान के लिए राज्य सरकार की ओर से 10 हजार करोड़ के पैकेज की घोषणा अपर्याप्त है.
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