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केंद्रीय मंत्री बनने के बाद पहली बार ग्वालियर पहुंचे सिंधिया, 40 KM लंबा रोड शो

Jyotiraditya Scindia के रोड शो में कोरोना नियमों की उड़ी धज्जियां

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भारत सरकार में केंद्रीय नागरिक उड्यन मंत्री बनने के बाद ज्योतिरादित्य सिंधिया (Jyotiraditya Scindia) पहली बार मंगलवार को मुरैना-ग्वालियर दौरे पर आए. सिंधिया अपने तीन दिवसीय दौरे पर हैं. दौरे के पहले दिन सिंधिया ने राजस्थान के बार्डर राजघाट से मुरैना होते हुए ग्वालियर तक रोड शो निकाला. मुरैना जिले में सिंधिया का रोड शो करीब 40 किलोमीटर तक निकला. हजारों कार्यकर्ताओं ने फूल व मालाओं से सिंधिया का स्वागत किया. हालांकि इस दौरान कोरोना नियमों का जमकर उल्लंघन भी देखा गया.

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साढ़े तीन घंटे तक चला रोड शो

मंगलवार सुबह 11:30 बजे सिंधिया का काफिला पहुंचा, फिर सभी दिग्गजों को साथ लेकर रोड शो शुरू हुआ. राजस्थान से मुरैना शहर होते हुए ग्वालियर जिले की सीमा तक करीब 40 किलोमीटर लंबे रोड शो के दौरान सिंधिया का जगह-जगह स्वागत हुआ. स्थिति यह थी कि हर 100 से 150 मीटर पर सिंधिया के स्वागत में बीजेपी नेता-कार्यकर्ता फूल व मालाएं लेकर स्वागत को खड़े थे. करीब साढ़े तीन घंटे तक मुरैना जिले में रोड शो चला जो दोपहर 3 बजे के करीब ग्वालियर सीमा पर निरावली तक चला.

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    ज्योतिरादित्य सिंधिया का रोड शो

    फोटो-The Quint

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    ज्योतिरादित्य सिंधिया के रोड शो में भीड़ का नजारा 

    फोटो-The Quint

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    ज्योतिरादित्य सिंधिया के रोड शो में भीड़ का नजारा 

    फोटो-The Quint

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    ज्योतिरादित्य सिंधिया का रोड शो

    फोटो-The Quint

रोड शो बना सियासी बदलाव का गवाह

ग्वालियर में ज्योतिरादित्य सिंधिया का रोड शो एक बड़े सियासी बदलाव का गवाह रहा. ग्वालियर संभाग के दो केंद्रीय मंत्री ज्योतिरादित्य सिंधिया और नरेन्द्र सिंह तोमर जो आपस में खुलकर बातचीत नहीं करते थे , वह अब एक ही रथ पर सवार होकर रोड शो करते दिखे. 4 महीने पहले 16 मई को CM शिवराज सिंह ने ग्वालियर में समीक्षा बैठक की थी. तब दोनों केंद्रीय मंत्री शामिल हुए थे , लेकिन दोनों ने एक - दूसरे से बात तक नहीं की थी. इतना ही नहीं , बाहर आकर अलग-अलग अफसरों को निर्देश दिए , यहां तक कि सोशल मीडिया पर भी बैठक की जानकारी देते हुए एक - दूसरे का नाम नहीं लिखा था.

अब 4 महीने बाद जब यह दोनों आमने-सामने आए , तो सियासी तस्वीर बदली नजर आई. रोड शो और स्वागत - सत्कार के बीच कई ऐसे मौके आए , जब सिंधिया और तोमर के बीच रिश्तों में नरमी दिखाई दी. मुरैना से जब केंद्रीय नागरिक उड्डयन मंत्री ज्योतिरादित्य सिंधिया का रोड शो ग्वालियर में आया, तो विशेष रथ पर सिंधिया के साथ केंद्रीय कृषि मंत्री नरेन्द्र सिंह तोमर भी सवार थे. दोनों एक - दूसरे के करीब खड़े थे . दोनों ने मुस्कुराकर जनता का अभिवादन स्वीकार किया.

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ज्योतिरादित्य सिंधिया और केंद्रीय कृषि मंत्री नरेन्द्र सिंह तोमर दोनों ग्वालियर चंबल अंचल सहित देश के बड़े नेता हैं. दोनों का गढ़ ग्वालियर है. सिंधिया के बीजेपी में आने से पहले ग्वालियर - चंबल अंचल में नरेन्द्र सिंह तोमर का बीजेपी में एक छत्र दबदबा था. यही कारण है कि उनको बॉस नाम की उपाधि भी दी गई, लेकिन जब से ज्योतिरादित्य सिंधिया बीजेपी में आए हैं नरेन्द्र सिंह तोमर से उनकी अंचल में वर्चस्व को लेकर लड़ाई जारी है. राजनीतिक जानकार कहते हैं कि यह वो लड़ाई है, जो बाहर नहीं दिखती लेकिन दोनों के कार्यकर्ताओं के बीच भी यह तनाव साफ देखा जा रहा है.

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