परिवहन मंत्री नितिन गडकरी ने ऑटो सेक्टर में आर्थिक मंदी पर वित्त मंत्री निर्मला सीतारमण की 'ओला-उबर' थ्योरी को आगे बढ़ाया है. गडकरी ने वित्त मंत्री के बयान पर सफाई देते हुए कहा कि उनके बयान का गलत मतलब निकाला गया है.
गडकरी ने कहा, ‘हम पब्लिक ट्रांसपोर्ट सिस्टम में लगातार सुधार कर रहे हैं. नई नई तकनीक लेकर आ रहे हैं. ऑटो सेक्टर पर इसका भी असर होता है.’
बता दें, मंगलवार को वित्त मंत्री निर्मला सीतारमण ने कहा था कि लोग EMI पर नई कार खरीदने की बजाए ओला-उबर जैसी टैक्सी सर्विस का इस्तेमाल करना पसंद कर रहे हैं.
गडकरी ने किया वित्त मंत्री का बचाव
नितिन गडकरी ने निर्मला सीतारमण का बचाव करते हुए कहा कि वित्त मंत्री के बयान को गलत तरीके से पेश किया गया. उन्होंने कहा कि ऑटो सेक्टर में मंदी की एक नहीं कई वजह हैं, जिसमें से ओला-उबर का बढ़ना भी एक वजह है.
ऑटो सेक्टर में लगातार बिक्री गिरने की कई वजह हैं. जैसे जब मार्केट में इलेक्ट्रॉनिक रिक्शा आया, तो ऑटो रिक्शा की सेल कम हो गई. ऐसे ही ऑटो सेक्टर में मंदी के कई कारण हैं.नितिन गडकरी, परिवहन मंत्री
ऑटो सेक्टर मंदी पर वित्त मंत्री ने क्या कहा था?
वित्त मंत्री सीतारमण ने ऑटो सेक्टर में मंदी पर दलील दी कि ऑटोमोबाइल इंडस्ट्री BS6 स्टैंडर्ड और मिलेनियल्स के माइंड सेट से प्रभावित है. मिलेनियल आजकल गाड़ी खरीदने की जगह ओला-उबर को तवज्जो दे रहे हैं.
वित्त मंत्री को ऐसी दलील इसलिए देनी पड़ी, क्योंकि पिछले महीने 21 साल में कारों की बिक्री सबसे कम हुई है. ऑटो मेकर्स की संस्था SIAM ने जब से बिक्री का डेटा रखना शुरू किया है, तब से कार-बाइक की बिक्री में इतनी बड़ी गिरावट नहीं दर्ज की गई है. अगस्त में कारों की बिक्री में 41 फीसदी से ज्यादा की गिरावट आई है.
व्हीकल मैन्युफैक्चरिंग कंपनियों के संगठन SIAM की तरफ से जारी आंकड़ों के मुताबिक, घरेलू बाजार में अगस्त में पैसेंजर व्हीकल्स, टू व्हीलर्स सहित अन्य वाहनों की बिक्री में ओवरऑल 23.55 प्रतिशत (YoY) की कमी आई है.
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