मोटर व्हीकल एक्ट को लेकर रोजाना कई दिलचस्प खबरें सामने आ रही हैं. ट्रैफिक रूल तोड़ने वालों के हजारों रुपये के चालान काटे जा रहे हैं. कई लोग इस नए कानून का भी विरोध भी कर रहे हैं और इसे सरकार का गलत कदम बता रहे हैं. लेकिन चालान से परेशान लोगों को राहत देने के लिए केंद्रीय परिवहन मंत्री नितिन गडकरी ने अपना भी चालान का किस्सा सुनाया है. उन्होंने बताया है कि एक बार उनका भी चालान कटा था.
गडकरी ने भारी भरकम चालान से परेशान लोगों के जख्मों पर मरहम लगाते हुए कहा,
“लोग चालान के भारी जुर्माने को लेकर शिकायत कर रहे हैं. यहां तक कि मुझ पर भी बांद्रा-वर्ली सी लिंक पर ओवरस्पीडिंग को लेकर जुर्माना लग चुका है, क्योंकि कार मेरे नाम पर रजिस्टर्ड है.”
मोदी सरकार 2.0 के 100 दिन पूरे होने पर नितिन गडकरी मीडिया से बात कर रहे थे. यहां मीडिया की तरफ से नए मोटर व्हीकल एक्ट और उसके तहत होने वाले भारी चालान का सवाल पूछा गया. जिसके जवाब में गडकरी ने खुद के नाम पर भी चालान कटने की बात कही. मंत्री ने दुर्घटनाओं को कम करने और सड़कों पर लोगों को सुरक्षित करने के लिए कड़े जुर्माना लगाने के पक्ष में राय जाहिर की. इसके अलावा उन्होंने इससे पारदर्शिता, अनुशासन व भ्रष्टाचार कम होने की भी बात कही.
खराब सड़कों के लिए खर्च होंगे 14 हजार करोड़
गडकरी ने मोटर व्हीकल एक्ट पर कहा, "अब नए एमवीए के तहत सड़क के ठेकेदारों व वाहन निर्माताओं पर जुर्माना लगाया जाएगा. हर साल करीब पांच लाख सड़क दुर्घटनाएं होती हैं, जिसमें 1.5 लाख लोग मरते हैं और दो से तीन लाख लोग अपने अंग खो देते हैं." सड़क दुर्घटनाओं की बढ़ती संख्या पर गडकरी ने कहा कि यह खराब सड़क व ऑटोमोबाइल इंजीनियरिंग की वजह से है और सरकार राष्ट्रीय राजमार्ग नेटवर्क पर 786 'ब्लैक स्पॉट' या खतरनाक जगहों को सही करने के लिए 14,000 करोड़ रुपये खर्च करेगी.
वीके सिंह का भी कटा था चालान
सिर्फ नितिन गडकरी ही नहीं बल्कि केंद्रीय मंत्री वीके सिंह ने भी चालान काटे जाने की बात कही है. उन्होंने भी लोगों को बताया कि उनके नाम से चालान घर पर आ गया था. उन्होंने बताया कि उनका ड्राइवर कार लेकर गया था, तभी उन्हें चालान का मैसेज आया. जिसके बाद ड्राइवर ने पूरी जानकारी दी. नितिन गडकरी ने अपने साथ-साथ वीके सिंह और महाराष्ट्र के सीएम देवेंद्र फडणवीस का नाम भी लिया. उन्होंने कहा कि मेरे अलावा इन नेताओं का भी चालान हुआ.
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