17वीं लोकसभा के लिए मोदी सरकार ने संसद की स्टैंडिंग कमेटी का गठन किया है. कुल 24 कमेटी में से 13 की अध्यक्षता बीजेपी को मिली है, जबकि 4 कमेटी की अध्यक्षता कांग्रेस के हाथों में गई है. इस बार वित्त और विदेश मंत्रालय से जुड़ी स्टैंडिंग कमेटी की अध्यक्षता कांग्रेस को नहीं सौंपी गई है. जिस पर कांग्रेस ने आपत्ति भी जताई है.
इस बारे में शशि थरूर ने ट्वीट किया:
यह आधिकारिक है: सरकार ने विदेश मामलों की कमेटी की अध्यक्षता करने वाले प्रमुख विपक्षी दल की परंपरा को खत्म करने का फैसला किया है. जाहिर तौर पर अब बीजेपी सांसद इसकी बजाय बीजेपी सरकार को जवाबदेह ठहराएंगे. एक परिपक्व लोकतंत्र के रूप में हमारी नरम शक्ति, छवि और अंतरराष्ट्रीय प्रतिष्ठा को एक और झटका लगा है.
शशि थरूर ने कहा, “संसद के स्टैंडिंग कमेटियों के पूरे इतिहास में, विदेश मामलों पर कमेटी का नेतृत्व हमेशा लोकसभा में विपक्षी सांसद द्वारा किया जाता रहा है. हमारी विदेशी नीति की परंपरा रही है. हमारे राजनीतिक मतभेद देश की सीमाओं पर ही खत्म हो जाने चाहिए. यह निराशाजनक है.”
राहुल गांधी भी एक स्टैंडिंग कमेटी के मेंबर बने
मोदी सरकार ने कांग्रेस नेता राहुल गांधी को रक्षा मंत्रालय से जुड़ी स्टैंडिंग कमेटी का मेंबर नियुक्त किया है. इस समिति के अध्यक्ष बीजेपी सांसद जुएल ओरांव होंगे. बता दें कि इससे पहले राहुल गांधी पिछली लोकसभा में विदेश मंत्रालय से जुड़ी संसदीय समिति के सदस्य थे.
वित्त और विदेश मंत्रालय से जुड़ी स्टैंडिंग कमेटी की अध्यक्षता कांग्रेस को नहींं
इस बार वित्त और विदेश मंत्रालय से जुड़ी स्टैंडिंग कमेटी की अध्यक्षता कांग्रेस को नहीं दी गई है. पिछली लोकसभा में इन स्टैंडिंग कमेटियों की अध्यक्षता कांग्रेस कर रही थी. पिछली लोकसभा में कांग्रेस नेता वीरप्पा मोइली वित्त, जबकि शशि थरूर विदेश मंत्रालय से जुड़ी स्टैंडिंग कमेटी के अध्यक्ष थे.
इस बार इन दोनों अहम कमेटियों की अध्यक्षता बीजेपी सांसदों को दी गई है. हजारीबाग से बीजेपी सांसद जयंत सिन्हा को वित्त, जबकि पीपी चौधरी को विदेश मंत्रालय से जुड़ी समिति का अध्यक्ष बनाया गया है.
मीडिया रिपोर्ट की मानें, तो इन दोनों कमेटी की अध्यक्षता की मांग करते हुए लोकसभा में कांग्रेस के नेता अधीर रंजन चौधरी ने संसदीय कार्य मंत्री प्रह्लाद जोशी को पत्र भी लिखा था.
प्रज्ञा ठाकुर रेलवे पर बनी कमेटी में शामिल
मालेगांव ब्लास्ट केस में आरोपी और भोपाल से बीजेपी सांसद प्रज्ञा सिंह ठाकुर को रेलवे पर बनी कमेटी का सदस्य नियुक्त किया गया है. इस कमेटी में उनके साथ जम्मू कश्मीर के पूर्व मुख्यमंत्री और नेशनल कॉन्फ्रेंस के सांसद फारूक अब्दुल्ला को भी शामिल किया गया है. इस कमेटी की अध्यक्षता बीजेपी सांसद राधामोहन सिंह करेंगे.
4 कमेटी की अध्यक्षता करेंगे कांग्रेस के सांसद
जिन 4 स्टैंडिंग कमेटी की कमान कांग्रेस को सौंपी गई है, उनमें गृह मंत्रालय से जुड़ी कमेटी भी शामिल है. सीनियर कांग्रेस नेता और राज्यसभा के सदस्य आनंद शर्मा को इस कमेटी की जिम्मेदारी दी गई है. बता दें कि पिछली बार पी चिदंबरम इस कमेटी के अध्यक्ष थे, लेकिन फिलहाल वो आईएनएक्स मीडिया केस में दिल्ली के तिहाड़ जेल में बंद हैं.
इस बार कांग्रेस सांसद शशि थरूर को आईटी मंत्रालय, जयराम रमेश को परिवहन और पर्यटन मंत्रालय, जबकि के. केशव राव को उद्योग मंत्रालय से जुड़ी हुई कमेटी का अध्यक्ष बनाया गया है.
बीजेपी के पास इन कमेटियों की कमान
बीजेपी को 13 स्टैंडिंग कमेटी की कमान सौंपी गई है. वित्त मंत्रालय से जुडी स्टैंडिंग कमेटी की अध्यक्षता पूर्व वित्त राज्यमंत्री जयंत सिन्हा को सौंपी गई है. पूर्व कानून राज्यमंत्री पीपी चौधरी को विदेश मंत्रालय, पूर्व कैबिनेट मंत्री जुएल ओराम रक्षा, तो पूर्व कृषि मंत्री राधामोहन सिंह को रेलवे मंत्रालय से जुड़ी कमेटी की कमान सौंपी गई है.
इसके अलावा जगदम्बिका पाल, भूपेंद्र यादव, संजय जायसवाल, रमा देवी, राकेश सिंह, रमेश बिधूड़ी और सत्यनारायण जटिया जैसे नेताओं को भी अलग-अलग समितियों का अध्यक्ष बनाया गया है.
(क्विंट हिन्दी, हर मुद्दे पर बनता आपकी आवाज, करता है सवाल. आज ही मेंबर बनें और हमारी पत्रकारिता को आकार देने में सक्रिय भूमिका निभाएं.)