पूर्व वित्त मंत्री और कांग्रेस के बड़े नेता पी चिदंबरम की गिरफ्तारी के बाद सियासत तेज हो चुकी है. कांग्रेस ने इस मामले को लेकर प्रेस कॉन्फ्रेंस की और बीजेपी सरकार पर गंभीर आरोप लगाए. कांग्रेस प्रवक्ता रणदीप सिंह सुरजेवाला ने कहा कि पिछले दो दिनों में कई बार लोकतंत्र की हत्या की गई. बीजेपी अब व्यक्तिगत बदले की भावना से काम कर रही है.
कांग्रेस प्रवक्ता ने प्रेस कॉन्फ्रेंस के दौरान पी चिदंबरम और उनके बेटे कार्ति चिदंबरम का बचाव किया, साथ ही सीबीआई और ईडी पर आरोप भी लगाए. उन्होंने कहा-
मौजूदा बीजेपी सरकार ईडी और सीबीआई को अब व्यक्तिगत बदला लेने वाली एजेंसी बना रही है. मोदी सरकार व्यक्तिगत तौर पर बदला लेने के लिए किसी भी हद तक गिर सकती है.
मुद्दों से ध्यान भटकाने की कोशिश
कांग्रेस ने मोदी सरकार पर आरोप लगाया कि वो गंभीर मुद्दों से देश का ध्यान भटकाने की कोशिश कर रही है. पी चिदंबरम पर हुई कार्रवाई भी उसी का एक उदाहरण है. सुरजेवाला ने कहा, देश में भयंकर मंदी का हल निकालने में मोदी सरकार फेल रही है, लाखों नौकरियां जा रही हैं, फैक्ट्रियां बंद हो रही हैं, अर्थव्यवस्था का हाल बुरा है. इसीलिए देश का ध्यान बांटने के लिए मोदी सरकार ने पिछले दो दिन में नया ड्रामा रचा.
चिदंबरम के खिलाफ अब तक नहीं कोई सबूत
कांग्रेस ने कहा कि पी चिदंबरम पर 2007 में मुकदमा दर्ज किया गया था, लेकिन इतने सालों में अब तक सीबीआई या ईडी के पास कोई भी सबूत नहीं है. कांग्रेस प्रवक्ता ने कहा -
ईडी और सीबीआई आज तक इस केस में सबूत पेश नहीं कर पाए हैं. पिछले 6 साल से मोदी सरकार ने पूरा जोर लगा दिया, लेकिन इस केस में सबूत नहीं मिल सके. जिस कंपनी पर विदेशी निवेश के आरोप लगे हैं उसके किसी भी अधिकारी को अब तक गिरफ्तार नहीं किया गया.
कुछ मीडिया के लोगों और विपक्षी नेताओं पर कार्रवाई
कांग्रेस ने अपनी प्रेस कॉन्फ्रेंस में मोदी सरकार पर आरोप लगाते हुए कहा कि पिछले कुछ सालों में विपक्षी नेताओं को निशाना बनाया जा रहा है. सुरजेवाला ने कहा, 'देश में विपक्षी नेताओं की लंबी लिस्ट है, जिन पर कार्रवाई हो रही है. अखिलेश यादव, मायावती, वीरभद्र सिंह, डीके शिवकुमार, भूपेंद्र सिंह हुड्डा, राज ठाकरे, कमलनाथ, अहमद पटेल, ममता बनर्जी, शशि थरूर जैसे नेताओं पर केस दर्ज किए गए हैं. मीडिया पर भी लगातार हमले हो रहे हैं. प्रणय रॉय उनकी पत्नी, संजीव भट्ट, राघव बहल जैसे लोगों की लंबी लिस्ट हैं, जिन पर मुकदमे दर्ज किए गए हैं. वहीं बीजेपी में शामिल होने वाले नेताओं के सारे केस वापस ले लिए जाते हैं और क्लीन चिट मिल जाती है.'
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